केरल: दुष्कर्म के आरोपी बिशप की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे स्टीफन मैथ्यू की हालत बिगड़ी
कोच्चि। केरल के नन के साथ बलात्कार के मामले में इंसाफ की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता स्टीफन मैथ्यू को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। भूख हड़ताल के नौवें दिन यानी रविवार को उनकी सेहत बिगड़ गई। वह नन के साथ रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
नन के साथ दुष्कर्म का मामला ईसाइयों की सर्वोच्चा संस्था वेटिकन सिटी तक पहुंचाने के बाद आरोपी जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने पद से इस्तीफ तो दे दिया है, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से उनके खिलाफ कोई ठोस एक्शन नहीं लिया जा सका है। बिशप मुलक्कल इस्तीफे के बाद कहा, 'मेरी अनुपस्थिति में मोन्साइनोर मैथ्यू कोक्कन्डम सामान्य रूप से ही डायोसीस का प्रशासन देखेंगे। यह सर्कुलर 13 सितंबर को जारी किया गया। इससे एक दिन पहले केरल पुलिस ने 19 सितंबर को उन्हें जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा था।
सर्कुलर में बिशप अपने पर लगे आरोपों पर भी सफाई दी गई। इसमें दावा किया गया कि मामले की जांच कर रही पुलिस की ओर से उनके खिलाफ एकत्रित किए गए सबूतों में बहुत से विरोधाभास हैं। अपना पक्ष रखने के लिए बिशप ने सर्कुलर की एक प्रति केरल की मीडिया को भी उपलब्ध कराई है।
दूसरी ओर दुष्कर्म के आरोपी बिशप की गिरफ्तार की मांग को लेकर नन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे चैन से सांस नहीं लेंगी। कोच्चि में उन्होंने अपनी मांगों को लेकर मार्च भी निकाला, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। बीते गुरुवार को केरल हाईकोर्ट ने भी बिशप को राहत दी थी और कहा था कि पुलिस स्वतंत्र तौर पर मामले की जांच कर रही है, जिसमें कोर्ट दखल नहीं दे सकता है।
पीड़िता ने मुलक्कल पर 2014 से 2016 के बीच लगातार यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। पांच अन्य नन पीड़िता के दावे का समर्थन किया है। चूंकि यह मामला पुराना है, इस वजह से पुलिस को भी जांच में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया केरल पुलिस राज्य की कम्युनिस्ट सरकार के दबाव में जल्द एक्शन लेने से बच रही है, क्योंकि केरल में ईसाई वोट बैंक इससे नाराज हो सकता है। राज्य सरकार नहीं चाहती है कि चुनावों से पहले उसकी छवि पर चर्चा से टकराव का बट्टा लगे।