CAA के विरोध में केरल में बनाई गई 620 KM लंबी मानव श्रृंखला, सीएम पिनराई भी हुए शामिल
तिरुवनंतपुरम। केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार ने रविवार को 620 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला का आयोजन किया। गणतंत्र दिवस के मौके पर यह मानव श्रृंखला नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध में बनाई गई थी। श्रृंखला उत्तरी केरल के कासरगोड शहर की चौक से राज्य के दक्षिणी हिस्से कोयम्बटूर के निकट कालियाक्काविलाई तक बनाई गई। इस कार्यक्रम की शुरुआत शाम 4 बजे से शुरू हुई थी।
मानव श्रृंखला में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन समेत सरकार के कई मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, सीएए के खिलाफ आज आयोजित मानव श्रृंखला एक महान दीवार बन गई है। विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने इसमें भाग लिया। यह कानून इस देश की धर्मनिरपेक्षता के लिए खतरा है। केरल ने स्पष्ट कर दिया है कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर को इस मिट्टी में लागू नहीं किया जाएगा।
चार बजे मानव श्रृंखला के बाद संविधान के प्रस्तावना का पाठ किया गया। इसके बाद लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा खत्म किए संविधान की रक्षा की शपथ ली। सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता एस रामचंद्रन पिल्लई कासरगोड में 620 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला की पहली कड़ी थे, जबकि एम ए बेबी कालियाक्काविलाई में आखिरी कड़ी थीं। मानव श्रृंखला में सभी क्षेत्रों की कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। वाम मोर्चा केरल में सीएए के विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे रहा है।
वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के संयोजक ए विजयराघवन ने कहा था, हम लोगों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए 37,000 बैठकों का आयोजन किया है। इन बैठकों में 35 लाख लोग शामिल हुए हैं। हम कल के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सभी क्षेत्रों के न्यूनतम 70 लाख लोगों से अपेक्षा कर रहे हैं। इस तरह की भागीदारी इस मानव श्रृंखला को भारत के सबसे बड़े जन आंदोलनों में से एक बना सकती है।
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