केरल: पहली ट्रांसजेंडर महिला पत्रकार हिदी सादिया ने रचाई शादी, राज्य में इस तरह की चौथी शादी
Recommended Video
नई दिल्ली। केरल की पहली महिला ट्रांसजेंडर पत्रकार हिदी सादिया आज यानी रविवार को शादी के बंधन में बंध गईं। उन्होंने केरल के एर्नाकुलम में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत अथर्व मोहन के साथ सात फेरे लिए। बता दें कि केरल में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत ये चौथी शादी है। हिदी सादिया ने केरली न्यूज से बतौर पत्रकार अपने करियर की शुरुआत की थी और आज उन्होंने अथर्व मोहन के साथ शादी की सभी रस्में पूरी कीं।
अथर्व मोहन के साथ रचाई शादी
हिदी सादिया और अथर्व मोहन की शादी में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे और इस नए नवेले जोड़े को अपना आशिर्वाद दिया। मालूम हो कि हिदी सादिया केरल की पहली ट्रांसजेंडर महिला पत्रकार हैं और उन्होंने कैराली न्यूज में सबसे पहले चंद्रयान 2 की रिपोर्टिंग की थी। अथर्व मोहन और हिदी की शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत प्रदेश में होने वाली यह चौथी शादी है।
Kerala: Heidi Saadiya, the first transwoman journalist tied knot with Atharv Mohan in Ernakulam today. This is the fourth transgender marriage in the state under the Special Marriage Act. pic.twitter.com/dfzhzXbKic
— ANI (@ANI) January 26, 2020
पत्रकारिता में कदम रखते ही रचा था इतिहास
पत्रकारिता में कदम रखने के बाद से ही हिदी सादिया सुर्खियों में आ गई थीं। सादिया ने त्रिवेंद्रम इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पोस्टग्रेजुएशन किया है। पढ़ाई पूरी करने के बाद ही उन्होंने केरली न्यूज में बतौर इंटर्न ज्वाइन किया। सादिया ने एक बार बताया था कि इंटर्न ज्वाइन करने के एक हफ्ते के भीरत ही चैनल उनके काम से इम्प्रेस हो गया और उन्हें न्यूज ट्रेनी की पोस्ट ऑफर दी।
चंद्रयान 2 थी सबसे पहली रिपोर्टिंग
नौकरी मिलने के बाद उन्होंने कभी पिछे मुड़कर नहीं देखा। सादिया ने चंद्रयान 2 की रिपोर्टिंग करते हुए हिदी ने इतिहास रचा था और प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर महिला बनीं। सादिया ने बताया कि मुझे कभी ऑफिस में यह ऐहसास नहीं हुआ कि मैं दूसरों से अलग हूं। मैं ऑफिस को अपना दूसरा घर मानती हूं और मुझे उम्मीद है कि भविष्य में एलजीबीटी समुदाय के लिए लोगों को भी अन्य स्थानों पर मेरे जैसा ही सम्मान मिलेगा।
18 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर
सादिया ने बताया कि उन्होंने 18 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया था। इसकी वजह थी कि उनके माता-पिता उन्हें स्वीकार नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा, मुझे अपने परिजनों से कोई शिकायत नहीं है, बस मैं यह चाहती हूं कि आज मैं क्या कर रही हूं वह ये देखें। सादिया के लिए केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने भी उस समय ट्वीट करते हुए कहा था कि सादिया भारतीयों के लिए एक गर्व की बात हैं।
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में लहराया तिरंगा, उपराज्यपाल बोले- ' 370 हटने से पूरे देश से जुड़ा राज्य'