घुसपैठियों पर अमित शाह के बयान से नाराज क्रिश्चियन फोरम, देश से माफी की मांग
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जिस तरह से एनआरसी को लेकर बयान दिया था, उसके खिलाफ केरल क्रिश्चियन फोरम ने मोर्चा खोल दिया है। फोरम का कहना है कि अमित शाह ने जो बयान दिया है कि वह देश की पहचान, एकता और सेक्युलर छवि पर सीधा हमला है। बता दें कि अमित शाह ने नेशनल सिटिजन रजिस्टर को लेकर कहा था कि हम बौद्ध, हिंदू और सिख के अलावा देश से हर एक घुसपैठिए को बाहर करेंगे।
केरल क्रिश्चियन फोरम ने उम्मीद जताई है कि अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी इस बयान पर माफी मांगेंगे। फोरम का कहना है कि शाह और भाजपा को देश से माफी मांगनी चाहिए, खासकर कि देश के अल्पसंख्यक समुदाय से, जोकि शाह के बयान से दुखी है। बता दें कि अमित शाह ने दार्जिलिंग में पार्टी के प्रत्याशी राजू बिष्ट के लिए प्रचार के दौरान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार वापस सत्ता में लौटती है तो अनुच्छेद 370 को हटाया जाएगा, साथ ही देशभर में एनआरसी को लागू किया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि अवैध प्रवासी दीमक हैं और देश को खोखला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोबारा सत्ता में आने पर हम इन लोगों को बाहर करेंगे। शाह ने कहा कि मैं बंगाल के लोगों को आश्वासन देना चाहता हूं कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है, हम यहां के शरणार्थियो को भारत का बेटा-बेटी मानते हैं और उन्हें नागरिकता दी जाएगी, लेकिन घुसपैठियों को देश से बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे। शाह के इसी बयान पर क्रिश्चियन फोरम ने नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे माफी की मांग की है।
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