100 दिन तक किंग कोबरा के अंडों की सुरक्षा करते रहे ये तीन लोग, लेकिन क्यों?
कन्नूर के रहने वाले तीन लोगों ने किंग कोबरा के अंडों की रक्षा तब तक की, जब तक अंडे से बच्चे बाहर नही आ गए। व
कन्नूर। सांप का नाम सुनकर अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। अगर सांप किंग कोबरा हो तो किसी की भी हालत खराब हो जाए, लेकिन केरल के कन्नूर करे तीन लोगों ने सांप से डरने के बजाए उसके अंडों की 100 दिनों तक सुरक्षा की।
कन्नूर के रहने वाले तीन लोगों ने किंग कोबरा के अंडों की रक्षा तब तक की, जब तक अंडे से बच्चे बाहर नही आ गए। वन विभाग के रैपिड रिस्पॉन्स फोर्स के मेंबर चंद्रन एमपी को 22 अप्रैल एक कोबरा के रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर विजय नीलकांदन और गोवरी शंकर भी उनके साथ वहां पहुंचें। उन्होंने देखा कि बिल में कोबरा के कई अंडे पड़े हैं, जिन्हें वो वहां छोड़कर जा चुका था। इन तीनों ने उन अंडों को सुरक्षित रखने का फैसला किया और 100 दिनों तक 90 किलोमीटर का सफर करके हर दूसरे दिन उन अंडों को देखने आते थे। उन्होंने ऐसा तब तक किया जब तक अंडों से बच्चे नहीं निकल गए।
उन्होंने न केवल अंडों की सुरक्षा की बल्कि सांपों को लेकर गांववालों के बीच कायम डर के माहौल को दूर करने की भी कोशिशें कीं। उन्होंने गांव वालों को समझाया कि अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो कोबरा नुकसान नहीं पहुंचाता है।