200 रुपए लौटाने भारत आए केन्या के सांसद, 30 साल पहले औरंगाबाद में लिया था कर्ज
औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रहने वाले 70 वर्ष के काशिनाथ गवली सोमवार को उस समय हैरान रह गए जब उन्होंने अपने घर पर केन्या के एक मेहमान के लिए दरवाजा खोला। गवली के लिए यह बात और भी ज्यादा चौंकाने वाली थी कि जो इंसान उनके घर आया है वह केन्या का सांसद है और उसने जब आने की वजह गवली को बताई वह थी उधार की रकम चुकाना। रिचर्ड अपनी पत्नी मिशेल के साथ औरंगाबाद आए थे।
औरंगाबाद के कॉलेज की पढ़ाई
केन्या के सांसद रिचर्ड टोंगी ने 30 साल पहले गवली से 200 रुपए उधार लिए थे। वह इन्हीं 200 रुपयों को लौटाने कि लिए हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके औरंगाबाद आए थे। रिचर्ड, केन्या के न्यारिबारी छाछे संसदीय क्षेत्र से सांसद आते हैं। सन् 1985 से 1989 तक वह औरंगाबाद के एक कॉलेज में मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे थे। इसके बाद वह केन्या लौट गए।
पत्नी के साथ पहुंचे गवली के घर
उन्होंने गवली से 200 रुपए का कर्ज लिया था। गवली उस समय औरंगाबाद के वानखेड़े नगर में परचून की दुकान चलाते थे। जब केन्या के सांसद घर पहुंचे तो गवली की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। गवली ने कहा, 'मुझे एक बार को मेरी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा है।' रिचर्ड अपनी पत्नी मिशेल के साथ औरंगाबाद आए थे।
इमोशनल हुए रिचर्ड
उन्होंने कहा कि इस शहर में वापस लौटना वाकई एक भावुक पल है। गवली से मिलने के बाद उनकी भी आंखों में आंसू थे। उन्होंने बताया, 'जब मैं यहां पर पढ़ाई कर रहा था तो वह मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर था और मैं काफी मुसीबतों से गुजर रहा था। इन लोगों ने ही मेरी मदद की। उस समय ही मैंने सोचा था कि किसी दिन मैं वापस आकर इनका उधार अदा करुंगा और इन्हें थैंक्सू कहूंगा। यह मेरे लिए बहुत ही इमोशनल है।'
घर के खाने की थी जिद
रिचर्ड ने कहा कि भगवान गवली अंकल और उनके परिवार को हमेशा खुश रखे। उन्होंने हमेशा रिचर्ड के साथ अच्छा व्यवहार किया। गवली और उनका परिवार रिचर्ड को खाने के लिए किसी होटल में लेकर जाना चाहता था। लेकिन रिचर्ड की जिद थी कि उन्हें घर का ही खाना चाहिए। रिचर्ड वापस लौटते समय गवली अंकल को केन्या आने के लिए कहकर गए हैं।