देखें-'शिकारा' देखकर क्यों खौल गया कश्मीरी पंडित महिला का खून, क्यों कहा विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म घटिया
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कश्मीरी पंडितों का दर्द बयां करने वाली फिल्म 'शिकारा' की स्पेशल स्क्रीनिंग हुई थी। फिल्म को निर्माता निर्देश विधु विनोद चोपड़ा ने बनाया है। इस मौके पर राजधानी में बसे कई कश्मीरी पंडित पहुंचे थे। स्क्रीनिंग पूरी होने के बाद एक कश्मीरी पंडित महिला, चोपड़ा पर नाराज हो गईं। इन महिला ने चोपड़ा पर आरोप लगाया कि उन्होंने फिल्म के लिए कश्मीरी पंडितों के दर्द का प्रयोग किया है। साथ ही महिला ने फिल्म को घटिया करार दे डाला।
अपने फायदे के लिए दर्द का प्रयोग
दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित एक थियेटर में विधु विनोद चोपड़ा की तरफ से कश्मीरी पंडितों के लिए फिल्म की खास स्क्रीनिंग रखी गई थी। स्क्रीनिंग पूरी होने के बाद एक महिला जोर-जोर से रोने लगीं। अपनी सीट पर खड़े होकर इन्होंने चोपड़ा पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने फायदे के लिए दर्द का प्रयोग किया है। चोपड़ा पर बरसती हुई महिला का वीडियो ट्विटर पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस महिला ने चोपड़ा पर आरोप लगाया कि विधु विनोद चोपड़ा ने फिल्म में उस तकलीफ को ठीक तरीके से नहीं दिखाया है, जिससे समुदाय तीस साल पहले गुजरा है।
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क्यों चुने मुसलमान कलाकार
महिला ने चोपड़ा पर बरसते हुए कहा, 'यह आपका कमर्शियलाइजेशन आपको मुबारक हो। एक कश्मीरी पंडित होने के नाते मैं आपकी फिल्म को मानने से इनकार करती हूं।' इस महिला का कहना था कि फिल्ममेकर फिल्म में इस्लामी चरमपंथी लोगों की तरफ से बड़े पैमाने पर कश्मीरी महिलाओं के साथ हुए किए गए बलात्कार, मर्डर और बच्चों को चरमपंथी बनाने जैसे तथ्यों को नजरअंदाज कर गए हैं। इस महिला ने चोपड़ा के उस फैसले पर भी सवाल उठाए जिसमें उन्होंने मुसलमान कलाकारों को लीड रोल अदा करने के लिए चुना।
चोपड़ा बोले अब बनाऊंगा सीक्वेल
उन्होंने कहा, 'आप कश्मीरी पंडित एक्टर्स को ले सकते थे? मगर आपने मुसलमान कलाकरों को चुना। ऐसी राजनीति क्यों?' उन्होंने कहा कि चोपड़ा कश्मीरी पंडितों के दर्द को अपने मकसद के लिए प्रयोग कर रहे हैं। इस महिला को सांत्वना देते हुए चोपड़ा ने कहा कि वह अब इस फिल्म का एक सीक्वेल बनाएंगे। साथ ही वह यह कहने से भी नहीं चूके कि सच के दो चेहरे होते हैं। एक ही मुद्दे पर लोगों के दो अलग-अलग नजरिए हो सकते हैं।
चोपड़ा ने भी देखा है घाटी का दर्द
विधु विनोद चोपड़ा बॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर हैं। उनका जन्म श्रीनगर में ही हुआ और वह खुद भी 90 के दशक में हुए उस अत्याचार को झेल चुके हैं जिनसे कश्मीरी पंडित गुजरे हैं। कहते हैं कि जनवरी 1990 में जब आतंकियों ने घाटी के पंडितों को निशाना बनाना शुरू किया था तो उनकी मां शांति देवी चोपड़ा उन्हें और पूरे परिवार को साथ लेकर कश्मीर छोड़कर चली गई थीं। चोपड़ा ने अपनी फिल्म 'शिकारा' अपनी मां को ही समर्पित की है।