नो फ्लाई लिस्ट में कश्मीर के 450 लोगों का नाम, 5 अगस्त के बाद से लगी विदेश यात्रा पर रोक
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आखिरकार 31 अक्टूबर को राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट जग जाहिर है वहीं, राज्य के दुष्प्रचार को रोकने के लिए सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन ने 450 लोगों की सूची बनाई है जिन्हें विदेश यात्रा पर जाने से रोका गया है। इस सूची में व्यापारी, पत्रकार और राजनीतिक एक्टिविस्ट का नाम शामिल किया गया है। बता दें कि आधिकारिक तौर पर इस लिस्ट का ऐलान नहीं किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की खुफिया एजेंसियों ने कई ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की है जो कश्मीर मुद्दे पर कभी न कभी भारत के खिलाफ रहे हैं। यह सभी लोग किसी न किसी तथाकथित थिंक टैंक, गैर सरकारी संगठन और भारत के स्टैंड के खिलाफ संगठनों के साथ संबंध में रहे हैं। विदेश यात्रा पर रोक के अलावा खुफिया तंत्र सभी 450 लोगों पर लगातार निगरानी रखे हुए है। लिस्ट की आधिकारिक तौर घोषणा न होने के वजह से इसे टंपोरेरी नो फ्लाई लिस्ट कहा जा रहा है।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त को धारा 370 को खत्म होने के बाद से ही इस सूची को तैयार कर लिया गया था। इसने कई वकील और पत्रकारों का भी नाम शामिल है जिंहे विदेश जाने से रोका गया। कश्मीर बार एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन नजीर अहमद के पुत्र उजैर रोंगा को भी विदेश जाने से रोका गया। उन्होंने बताया कि जब वह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचे तो उन्हीं सुरक्षा जवानों ने वहीं रोक लिया और उन्हें वहीं से वापस श्रीनगर भेज दिया गया। इसी तरह लिस्ट में शामिल अन्य लोगों को भी दिल्ली में रोक लिया गया, जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो किसी ने भी इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।