कुलगाम में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी गिरफ्तार, बालाकोट में भारी संख्या में विस्फोटक बरामद
Kashmir Hindi News: अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही घाटी में आतंकियों के सफाए के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन तेज कर दिया था। जिस वजह से वहां पर लगातार उनकी संख्या में कमी आ रही। इस बीच रविवार को सुरक्षाबलों को कश्मीर के कुलगाम जिले में एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी, जहां एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। आतंकी के पास से विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है। ये विस्फोटक आतंकी के पास कहां से आया इस बात का भी पता लगाया जा रहा।
जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को घाटी के कुलगाम जिले में कुछ आतंकी गतिविधियों की खबर मिली थी। इस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जिसमें आतंकियों का एक सहयोगी गिरफ्तार हुआ है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था। साथ ही उसके पास से विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकी से पूछताछ करके उसके साथियों का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। मामले में कुलगाम पुलिस ने कहा कि उनकी टीम ने गिरफ्तार आतंकी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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पुंछ
में
साजिश
नाकाम
वहीं
दूसरी
ओर
सुरक्षाबलों
ने
पुंछ
में
एक
बड़ी
साजिश
नाकाम
की
है,
जहां
हथियार
और
गोला-बारूद
बरामद
किए
गए।
पुंछ
पुलिस
के
मुताबिक
डब्बी
गांव
से
लगती
एलओसी
की
फेंस
के
पास
1
पिस्टल,
5
ग्रेनेड
और
गोलियां
बरामद
की
गईं।
आतंकियों
की
तलाश
के
लिए
इलाके
में
सर्च
ऑपरेशन
जारी
है।
पिछले
साल
मारे
गए
225
आतंकी
पाकिस्तान
लगातार
कश्मीर
घाटी
में
शांतिभंग
की
कोशिश
में
लगा
रहता
है,
लेकिन
भारतीय
सुरक्षा
एजेंसियां
अब
पहले
से
ज्यादा
सतर्क
हैं।
जिस
वजह
से
साल
2020
में
घुसपैठ
के
मामले
तीन-चार
साल
में
सबसे
कम
रहे।
घुसपैठ
कम
होने
के
बाद
पाकिस्तान
ने
ड्रोन
के
जरिए
हथियार
और
ड्रग्स
भारत
भेजने
की
कई
कोशिशें
की,
जिसको
भी
जवानों
ने
नाकाम
कर
दिया।
जम्मू-कश्मीर
के
डीजीपी
दिलबाग
सिंह
के
मुताबिक
साल
2020
में
आतंकवादियों
के
खिलाफ
100
से
अधिक
ऑपरेशन
चलाए
गए,
जिसमें
अलग-अलग
संगठनों
के
225
आतंकी
मारे
गए
थे।