'काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मस्थान मंदिर भी मुक्त किया जाना जरूरी है'
नई दिल्ली। कर्नाटक में सत्तासीन बीजेपी सरकार में मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन के बाद दिए एक बयान में वाराणसी और मथुरा स्थित धार्मिक स्थलों के उद्धार के लिए अपने उदगार व्यक्त किए हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा दिन है कि राम मंदिर के लिए आधारशिला रखी गई है और अयोध्या में एक सुंदर मंदिर बनेगा, लेकिन काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मस्थान मंदिर अभी बाकी हैं, जिन्हें मुक्त किया जाना है।
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काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में जब हम प्रार्थना करते हैं तो..
बकौल ईश्वरप्पा, काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मस्थान दोनों जगहों पर जब हम प्रार्थना करते हैं, तो दोनों धार्मिक स्थानों के बगल में मस्जिदें होती हैं, जो कहती हैं कि आप अब भी गुलाम हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए अयोध्या राम जन्मभूमि की तरह इन मंदिरों को मुक्त करना आवश्यक है।
येदियुरप्पा सरकार में मंत्री ईश्वरप्पा उत्तेजक बयानों के लिए जाने जाते हैं
कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री केएस ईश्वरप्पा अपने उत्तेजक बयानों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं, जिस बवाल मचा था। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान एक बयान में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि देशभक्त मुसलमान भाजपा को वोट देंगे जबकि पाकिस्तान समर्थक ऐसा करने से हिचकिचाएंगे।
भाजपा की तरफ से मुसलमानों को टिकट नहीं दिया जाएगा
इसी दौरान ईश्वरप्पा ने यह भी कहा था कि अखंड भारत हर किसी की तमन्ना है। ऐसा इसलिए नहीं हो पा रहा है क्योंकि उन्हें एक वर्ग को डर है कि उन्हें मुसलमानों का वोट नहीं मिल पाएगा। उन्होंने इसी दौरान ऐलान किया था कि भाजपा की तरफ से मुसलमानों को टिकट नहीं दिया जाएगा। एक बार तो ईश्वरप्पा ने पूर्व सीएम सिद्धारमैया पर हमला बोलते हुए उन्हें पागल तक कह दिया था।
कर्नाटक बीजेपी में पहली पीढ़ी के बीजेपी नेताओं में से आते हैं ईश्वरप्पा
कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा दक्षिणी राज्य में पहली पीढ़ी के बीजेपी नेताओं में से आते हैं शक्तिशाली कुरुबा समुदाय के ईश्वरप्पा को 2014 में कर्नाटक विधान परिषद में उनकी पार्टी द्वारा नामांकित किया गया था और परिषद में विपक्ष के नेता बने। ईश्वरप्पा वर्तमान में विधान परिषद में विपक्ष के नेता हैं। इसके अलावा उन्होंने 2012 से 2013 के बीच जगदीश शेट्टर में उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।