कासगंज:हत्या से कुछ दिन पहले मुस्लिम युवक को दिया था खून, परिवार ने की खास अपील
Recommended Video
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिजनों ने खुलासा किया है कि हत्या के कुछ दिन पहले चंदन ने एक मुस्लिम युवक को खून दिया था। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से लखनऊ में चंदन का परिवार मिला। इस दौरान परिजनों ने सीएम को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। परिजनों ने कहा कि चंदन ने भारत माता के सम्मान के लिए जान गंवाई और उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए। हालांकि मुख्यमंत्री ने इस मामले पर परिवार को कोई जवाब नहीं दिया है। चंदन की बहन कीर्ति ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। जिस आदित्यनाथ की ओर से आश्वासन दिया गया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। परिजनों ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री चंदन को शहीद का दर्जा नहीं देंगे तो कोई मां अपने बेटे को तिरंगा फहराने के लिए नहीं भेजेगी।
तिरंगा यात्राएं बंद होनी चाहिए
वहीं परिजनों ने यह मांग भी की है कि तिरंगा यात्राएं बंद होनी चाहिए। चंदन की बहन कीर्ति ने कहा कि अगर तिरंगा यात्राओं की वजह से हिंसा शुरू होती है और मेरे भाई सरीखे लोगों की जान जाती है तो इसे बंद कर देना चाहिए। सीएम से मिलने लखनऊ पहुंची कीर्ति ने कहा कि परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने पर आश्वासन दिया गया है लेकिन चंदन को शहीद का दर्जा देने के बारे में कुछ नहीं कहा है।
चंदन की हत्या में आरोपी सलमान गिरफ्तार
गौरतलब है कि चंदन की हत्या में आरोपी सलमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सलमान पुत्र चमन निवासी मोहल्ला नबाब चंदन गुप्ता की हत्या में आरोपी है। चंदन की 26 जनवरी को हिंसा में गोली लगने के से मौत हो गई थी। सलमान को पुलिस ने उसे किसरौली रोड से गिरफ्तार किया है। सलमान के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद होने की बात पुलिस ने कही है।
20 लोगों पर एफआईआर दर्ज
वहीं सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के मामले में पुलिस ने व्हाट्सऐप के ग्रुप एडमिन राम सिंह को भी गिरफ्तार किया है। चंदन की हत्या के मामले में 20 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। हत्यारोपियों में तीन सगे भाई नसीम, वसीम और सलीम नामजद थे, जिनमें सलीम मुख्य आरोपी है, जिसे गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, हिंसा के मामले में दर्ज हुई छह अलग-अलग एफआईआर में 123 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस हिंसा में पांच एफआईआर की गई हैं। काफी लोगों के 144 के उल्लंघन में भी चालान पुलिस ने किए हैं।
हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया
बता दें कि कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा और उनके परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाने की मांग को हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इस मामले में याचिका करने वाले वकील हरिशंकर जैन ने कोर्ट में कहा कि अलग-अलग समुदायों के मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने में भेदभाव किया जा रहा है।