Skype और Whatsapp के जरिये देखा करवा चौथ का चांद
बेंगलुरु। दिन भर भूखी-प्यासी रहने के बाद देश भर की महिलाओं ने शनिवार की रात करवाचौथ का पूजन किया। उत्तर और पश्चिमी भारत में मौसम साफ होने के चलते शाम 8 बजे के करीब ही चांद दिखाई दे गया, लेकिन देश के दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में करवाचौथ के चांद पर आने वाले तूफान हुदहुद का ऐसा ग्रहण लगा कि देर रात तक चांद नहीं दिखाई दिया। कुछ जगह दिखा भी तो बेहद धुंधला।
जी हां हुदहुद तूफान के प्रभाव के चलते पूरे कर्नाटक और तमिलनाडु में बादल छाये रहे। वहीं आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल व असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के चलते चांद दिखा ही नहीं। इस वजह से तमाम महिलाओं को बिना चांद देखे ही व्रत खोलना पड़ा। इसी बीच तमाम महिलाएं ऐसी भी थीं, जिन्होंने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर चांद के दीदार कर ही लिये।
बेंगलुरु के बनरगट्टा रोड पर रहने वाली शालिनी अवस्थी ने करीब 10:30 बजे तक इंतजार किया, लेकिन चांद नहीं दिखा। फिर दिल्ली में रहने वाली उनकी बहन ने उन्हें व्हॉट्सएप पर चांद की तस्वीर भेजी, जिसे देखने के बाद शालिनी ने व्रत खोला।
बेंगलुरु के जेपी नगर में रहने वाली गरिमा गुप्ता ने चांद के दीदार स्काइप के माध्यम से किये। मुंबई में रहने वाले उनके भाई और गरिमा ने अपने-अपने मोबाइल पर स्काइप ऑन किया और चांद के लाइव दीदार किये।
चेन्नई में रहने वाली पूजा कुदेसिया ने टीवी पर देखकर व्रत खोला। हालांकि जैसे ही उन्होंने व्रत खोला वैसे ही आसमान में बादलों के बीच धुंधला सा चांद दिखाई दे ही गया। बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड में रहने वाली शीतल सिंह ने बताया कि जैसे ही टीवी पर शाम साढ़े आठ बजे के करीब न्यूज ब्रेक हुई कि देश भर में करवा चौथ का चांद निकल आया है, वैसे ही उन्होंने व्रत खोल दिया, क्योंकि बेंगलुरु में करवाचौथ के दिन हमेशा बादल छाये ही रहते हैं। शीतल ने बताया कि पिछले 6 सालों से वो बेंगलुरु में रह रही हैं, लेकिन अब तक महज एक बार ही करवाचौथ के दिन साफ चंद्रमा दिखाई दिया है।