Visa Scam: CBI हेडक्वार्टर पहुंचे कार्ति चिदंबरम, बोले- मेरे खिलाफ दर्ज मामला फर्जी, 30 मई तक गिरफ्तारी पर रोक
नई दिल्ली, 26 मई: चीनी नागरिकों को नियमों की धज्जियां उड़ाकर वीजा दिलाने के आरोपी कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम गुरुवार सुबह गहन जांच के लिए सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया रिपोर्टर से कहा कि मेरे खिलाफ दर्ज किया गया हर मामला फर्जी है। एक फर्जी है... दूसरा इससे ज्यादा फर्जी है। और यह सबसे ज्यादा फर्जी है। उन्होंने कहा कि मैंने एक भी चीनी नागरिकों को वीजा नहीं दिया है।

आईएनएक्स मीडिया मामले में भी आरोपी रहे कांग्रेस नेता ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। केंद्र सरकार एक बार फिर अपनी एजेंसियों का इस्तेमाल कर मुझ पर दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप लगा रही है। इस बीच दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कार्ति चिदंबरम को बड़ी राहत दी है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद को गिरफ्तारी से 30 मई तक अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है।
जांच में शामिल नहीं होने पर समन जारी
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि हमने उन्हें समन नहीं किया है, क्योंकि अदालत ने उन्हें भारत आने के 16 घंटे के भीतर जांच में शामिल होने का निर्देश दिया है। अगर वह पेश नहीं होते हैं, तो हम उन्हें जांच में शामिल होने के लिए समन जारी कर सकते हैं।
ये है पूरा मामला
बता दें कि यह मामला 2011 का है, उस वक्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और पी. चिदंबरम गृहमंत्री थे। उसी वक्त पंजाब में एक बिजली कंपनी में काम करने के लिए 250 चीनियों को वीजा जारी किया गया था। इसमें नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ था, क्योंकि ये वीजा एक महीने के अंदर जारी हुआ था, जो तय सीमा से ज्यादा था। बाद में सीबीआई की जांच में पता चला कि चेन्नई में एक शख्स से मुलाकात के बाद ये वीजा जारी हुए थे। इसके बाद कार्ति पर नाम इस घोटाले में सामने आया। आरोप है कि उनके पिता गृहमंत्री थे, ऐसे में उन्होंने नियम के खिलाफ वीजा जारी करवाया।