Visa Scam: गिरफ्तार हो सकते हैं कार्ति चिदंबरम! जमानत के लिए खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने शुक्रवार को चीनी मामले के लिए वीजा में गिरफ्तारी से पहले जमानत के लिए दिल्ली की अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
नई दिल्ली, 20 मई: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने शुक्रवार को चीनी मामले के लिए वीजा में गिरफ्तारी से पहले जमानत के लिए दिल्ली की अदालत का दरवाजा खटखटाया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा रिश्वत के बदले पंजाब में एक परियोजना के लिए चीनी नागरिकों को कथित तौर पर वीजा देने के आरोप में मामला दर्ज किए जाने के तीन दिन बाद कोर्ट का रुख किया है।
यह मामला कार्ति चिदंबरम, उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट एस भास्कररमन, वेदांता ग्रुप के विकास मखरिया, टीएसपीएल, मुंबई स्थित कंपनी बेल टूल्स लिमिटेड और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ दर्ज किया गया था। 17 मई को कार्ति चिदंबरम के परिसरों पर सीबीआई द्वारा छापेमारी के बाद मामला दर्ज किया गया था। वीजा मामले में गुरुवार को सीबीआई को कार्ति चिदंबरम के सीए एस भास्कर रमन की चार दिन की रिमांड मिली।
सीबीआई ने कई ठिकानों पर छापेमारी की थी
बता दें कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम के करीबी एस भास्कर रमन को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि वह जांच में हमारा सहयोग नहीं कर रहे थे, लिहाजा हमें उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा। सीबीआई ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम और उनके पिता पी चिदंबरम के देशभर के ठिकानों पर छापेमारी की थी। सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी 10 ठिकानों पर की गई है, जिसमें चेन्नई, मुंबई, जारसुगुड़ा, मनसा और दिल्ली शामिल हैं।
चीनी कर्मचारियों को वीजा दिलाने के नाम पर घूस से जुड़ा मामला
सूत्र ने बताया कि कार्ति के खिलाफ सीबीआई ने जो ताजा एफआईआर दर्ज की है वह चीनी कर्मचारियों को वीजा दिलाने के नाम पर 50-50 लाख रुपये की घूस से जुड़ा मामला है। कार्ति ने 300 चीनी कर्मचारियों को भारत का वीजा दिलवाया था। ईडी ने 2018 में कार्ति के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसके बाद मार्च में उनके खिलाफ शुरुआती जांच के बाद सीबीआई ने 14 मई को कार्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हालांकि, सीबीआई की ओर से स्पष्ट नहीं कहा गया है कि ऐसे समय में छापेमारी क्यों की गई, जबकि पहले से ही उनके खिलाफ केस चल रहा है।
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