CBI को पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने बताया, FIPB क्लीयरेंस के लिए कार्ति ने मांगा था साढ़े 6 करोड़ रुपये रिश्वत
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी अब राजनीतिक जंग का रूप ले चुका है। कांग्रेस इसे बदले की राजनीति बता रही है। वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है। इस बीच एक खबर ये भी आ रही है कि आईएनएक्स मीडिया केस में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी ने सीबीआई को बताया कि कार्ति चिदंबरम ने एफआईपीबी (फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड) क्लीयरेंस के लिए करीब साढ़े 6 करोड़ रुपये ($1 मिलियन) की मांग की थी।
बता दें कि कार्ति की गिरफ्तारी INX मीडिया मामले को लेकर हुई है। पीटर और इंद्राणी मुखर्जी आईएएक्स मीडिया के डारेक्टर रह चुके हैं। इसके अलावा सीबीआई ने कार्ति के सीए यानि चार्टर्ड अकाउंटेंट एस. भास्कररमन से भी अहम बयान लिए हैं। सीबीआई ने कार्ति से पूछताछ के लिये 15 दिन का रिमांड मांगा था लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने एक दिन हिरासत की मंजूरी देते हुए स्पष्ट किया कि गुरुवार दोपहर 2.30 उन्हें संबंधित विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा।
जब संबंधित न्यायाधीश मौजूद नहीं होता है या फिर अदालत के नियमित घंटों के बाद आरोपी को पेश किया जाता है तो उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष लाया जाता है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के 46 वर्षीय पुत्र कार्ति को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमित आनंद के समक्ष पेश किया गया। सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील वीके शर्मा ने अदालत में कहा कि कार्ति ने जांच में सहयोग नहीं किया है और उसने बार-बार विदेश की यात्रा की जिसने इस 'आशंका की पुष्टि' की 'वह देश छोड़कर भाग' जाएगा।