रंधावा का हरसिमरत पर तंज, कहा- सिद्धू को 'कौम का गद्दार' बताने वाली किस मुंह से जाएंगी पाकिस्तान
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चंडीगढ़। करतारपुर साहिब कॉरिडोर के भारत के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब पाकिस्तान ने भी बड़ा निर्णय लिया है, उसने 28 नवंबर को, अपने हिस्से में इसकी आधारशिला रखने की बात कही है, सिखों के लिए बेहद ही पावन कहे जाने वाले कॉरिडोर के निर्माण के लिए पाकिस्तान ने बुधवार को अपने यहां एक बड़ा समारोह भी आयोजित किया है, जिसमें उसने शामिल होने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को न्यौता भेजा था लेकिन सुषमा स्वराज ने अपने पूर्व कार्यक्रमों की व्यस्तता का हवाला देते हुए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया।
किस मुंह से जा रही हैं हरसिमरत कौर पंजाब?
लेकिन उन्होंने अपनी जगह इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों हरदीप पुरी और हरसिमरत कौर बादल के जाने की बात कही है, जिस पर अब पंजाब के मंत्री सुखविंदर सिंह रंधावा ने तंज कसते हुए कहा है कि हरसिमतर ने नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने को लेकर काफी सवाल किए थे, उन्होंने तो सिद्धू को 'कौम का गद्दार' तक कहा था, अब वो कैसे पाकिस्तान जा रही हैं? आखिर किस मुंह से अब वो पाकिस्तान जाने को तैयार हो गई हैं. क्या अब उन्हें कौम की मिट्टी और कसम याद नहीं आ रही है?
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विरोधियों के निशाने पर नवजोत सिंह सिद्धू
मंत्री सुखविंदर ने यह भी आरोप लगाया कि अकाली दल ने सत्ता में रहते हुए कभी करतारपुर कॉरिडोर का मुद्दा नहीं उठाया। आपको बता दें कि सितंबर महीने में जब नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे तब उनकी भारत में काफी तीखी आलोचना हुई थी क्योंकि वो शपथ समारोह के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिले थे। समारोह के दौरान सिद्धू को पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान के पास भी बिठाया गया था, जिसके बाद वो विरोधियों के निशाने पर आ गए थे।
नवजोत की 'हां' और अमरिंदर की 'ना'
मालूम हो कि पाकिस्तान ने 28 नवंबर को होने वाले करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर भारत के कई वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रण भेजा है। पाकिस्तान के इस आमंत्रण पर पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने हामी भर दी है। उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान जाना चाहते हैं। इस संबंध में उन्होंने सरकार से अनुमति मांगी है। अगर अनुमति मिली तो वह जरूर जाएंगे। हालांकि, प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान जाने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने इसके पीछे पंजाब में हो रही आतंकवादी हमलों और पाकिस्तानी सशस्त्र बलों द्वारा भारतीय सैनिकों को निशाना बनाए जाने का हवाला दिया।
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फाउंडेशन स्टोन पर मंत्री ने लगाया काला टेप
यही नहीं, इससे पहले मंत्री एसएस रंधावा ने नींव के पत्थर पर अपने, मुख्यमंत्री और अन्य पंजाब के अन्य मंत्रियों के नाम पर काली टेप लगा दी। ये उन्होंने अपना विरोध जताने के लिए किया। मंत्री ने कहा, 'मैंने यह पत्थर पर प्रकाश सिंह और सुखबीर बादल के नामों के विरोध में किया। उनका नाम यहां क्यों है? वे कार्यकारी का हिस्सा नहीं हैं, न कि भाजपा-अकाली इवेंट है।'