करतारपुर साहिब कॉरिडोर: एक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद गुरुद्वारे के दर्शन
अमृतसर। 24 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर पर एक समझौता पर हस्ताक्षर हो गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से ऐलान किया गया है कि नौ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर को औपचारिक तौर पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। आपको अगर इस गुरुद्वारे के दर्शन करने हैं तो फिर आप गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन ने लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू
भारत और पाकिस्तान के बीच एग्रीमेंट साइन होते ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी शुरू हो गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा ऑनलाइन शुरू हो गई है। श्रद्धालु prakashpurb550.mha.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। मंत्रालय की तरफ से तीन-दिन दिन पहले एसएमएस या ईमेल के जरिये श्रद्धालुओं को जानकारी दी जाएगी। करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद भारतीय तीर्थयात्रियों को उस गुरुद्वारे के दर्शन करने की मंजूरी मिल सकेगी जहां पर गुरुनानक देव ने अपनी जिंदगी के आखिरी पल बिताए थे। इस एग्रीमेंट को बॉर्डर पर एक जीरो लाइन पर साइन किया गया
क्या है दर्शन की पूरी प्रक्रिया
- सभी धर्मों और भारतीय मूल के व्यक्ति इस कॉरिडोर का प्रयोग कर सकेंगे।
- सफर वीजा फ्री होगा और सिर्फ वैध पासपोर्ट की जरूरत तीर्थयात्रियों को होगी।
- कॉरिडोर सुबह से लेकर शाम तक खुला रहेगा। सुबह जाने वाले तीर्थ यात्री को उसी दिन लौटना होगा।
- कॉरिडोर नोटीफाई दिनों को छोड़ कर पूरा साल खुला रहेगा।
- भारत दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की लिस्ट पाकिस्तान को यात्रा से 10 दिन पहले भेजेगा।
- इसके बाद यात्री को उसकी यात्रा की तिथि से चार दिन पहले सूचित कर दिया जाएगा।