करतारपुर कॉरिडोर: पासपोर्ट के बाद अब एंट्री फीस पर मुकरा पाकिस्तान, पहले जत्थे से वसूलेगा 20 डॉलर की फीस
नई दिल्ली। पासपोर्ट के मसले के बाद अब पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर पर एंट्री फीस पर भी मुकर गया है। सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान की तरफ नौ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग के साथ ही पाकिस्तान जाने वाले पहले जत्थे से 20 डॉलर की फीस ली जाएगी। पिछले हफ्ते पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से इसमें छूट का ऐलान किया गया था।
इमरान ने किया था छूट का ऐलान
शुक्रवार को सरकार से जुड़े करीबी सूत्रों की ओर से जानकारी दी गई है कि पाक ने भारत को इस बात से अवगत करा दिया है कि पहले दिन जो लोग करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते से आएंगे उन्हें भी 20 डॉलर की एंट्री फीस देनी होगी। पिछले हफ्ते ही इमरान खान की तरफ से कहा गया था कि गुरुनानक देव की 550वीं जन्मतिथि के मौके पर खुलने वाले इस कॉरिडोर की पहले दिन किसी भी तरह की फीस श्रद्धालुओं से नहीं ली जाएगी। करतारपुर कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक को दरबार साहिब से जोड़ेगा। यह जगह अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से बस चार किलोमीटर की दूरी पर है और यह जगह पाक के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में आती है।
प्रसाद के लिए भी 151 रुपए
भारत की तरफ से पाकिस्तान से एंट्री फीस में कटौती करने की प्रस्ताव दिया गया था लेकिन पाक ने इसे मानने से साफ इनकार कर दिया। 25 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच एग्रीमेंट साइन हुआ था। एग्रीमेंट के तहत रोजाना भारत से 5000 सिख श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर गुरुनानक देव जो सिख धर्म के संस्थापक थे, उन्होंने जिंदगी के 18 वर्ष बिताए थे। दरबार साहिब में ही उन्होंने आखिरी सांस ली थी। 20 डॉलर की एंट्री फीस के अलावा पाक ने करतारपुर साहिब में आने वाले श्रद्धालु के लिए प्रसाद की कीमत भी तय कर दी है। हर श्रद्धालु को 100 ग्राम प्रसाद के लिए 151 रुपए अदा करने होंगे। प्रसाद यूं तो फ्री है लेकिन पाकिस्तान की गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से हर श्रद्धालु के लिए प्रसाद की कीमत तय कर दी गई है।