करतापुर कॉरीडोर- पाकिस्तान का मोहरा बने सिद्धू पाक जाकर दोहराएंगे पुरानी गलती
बेंगलुरु। अपनी बेबाक अंदाजी के लिए मशहूर भूतपूर्व खिलाड़ी और राजनीतिक नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान एक बार फिर अपना मोहरा बना कर भारत के खिलाफ प्रयोग कर रहा है। साफ साफ नजर आ रहा है कि पाक पीएम इमरान खान दोस्ती की आड़ में सिद्धू का जमकर उपयोग कर रहे हैं। वहीं अपनी पुरानी गलतियों से सीख लेने के बजाय सिद्धू इस आग में कूद कर अपना बची कुची असमत भी दांव पर लगाने पर आमदा हैं। इसमें दो राय नही कि करतारपुर साहेब गुरुद्वारे में दर्शन सिख समुदाय की आस्था से जुड़ा हुआ मुद्दा है लेकिन इस बात से यह इनकार नही किया जा सकता कि भारत का कट्टर दुश्मन पाकिस्तान करतापुर कॉरीडोर के माध्यम से अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में है।
पाक के करतापुर के प्रमोशनल विडियो में सिद्धू को कई बार दिखाया गया
आपको बता दें पाकिस्तान सरकार ने पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर कॉरिडोर के 9 नवंबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा। इतना ही नहीं नौ नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर का उद्घाटन से पहले मंगलवार को पाकिस्तान ने इससे संबंधित एक गाने का विडियो रिलीज किया। इसमें करतापुर की खूबसूरत तस्वीरों के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू भी कई बार दिखाए गए हैं। जिसमें पाक पीएम इमरान खान और सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिंह सिद्धू भी दिखायी दे रही हैं। इतना ही नहीं सिद्धू का वो विडियो क्लिपिंग शामिल किया गया हैं जिसमें वह पाक के सेना प्रमुख बाजवा से कभी गले मिल रहे हैं तो कभी हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर तीन हिस्सों में पोस्ट किए गए इस गाने में पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू को दिखाया गया ही है। इसके अलावा जरनैल सिंह भिंडरावाले समेत अन्य खालिस्तानी लीडर्स की तस्वीर भी इस वीडियो में दिखी है। महत्पूर्ण बात ये है कि इस गाने का विडियो पाक पीएम इमरान के विशेष सहायक और सूचना प्रसारण मंत्री फिरदौस आशिक आवान द्वारा रिलीज किया गया हैं।
इस विडियो में साफ दिख रहा है कि पाकिस्तान नवजोत सिंह सिद्धू को एक तरफ मोहरा बना रहा है और दूसरी ओर भारत के खिलाफ खालिस्तानी मूवमेंट को करतापुर के बहाने हवा देने की मंशा जता रहा है। वह भारत को जताना चाह रहा है कि उसके लाख कोशिशों के बाद वह अपने नापाक मंसूबों में लगातार कामयाब होता रहा है। यहां बता दें करतापुर कॉरीडोर जिसमें भारत के पंजाब राज्य में गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक को पाक के करतारपुर में स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारे से जोड़ेगा।
सिद्धू पाक सेना प्रमुख बाज़वा से गले मिलने की कर चुके है पहले गलती
दरअसल पाक पीएम और सिद्धू दोनों ही क्रिकेटर है जिसके कारण दोनों में गहरी दोस्ती है। जिस कारण सिद्धू ने पिछली बार इमरान खान के शपथ ग्रहण का व्यक्तिगत आमंत्रण स्वीकार कर वहां गए थे। लेकिन पाकिस्तान में वह पाक सेना प्रमुख बाजवा से न केवल हाथ मिलाया बल्कि गले मिले। सिद्धू को इसके बाद भारतीयों ने जमकर कोसा। इसके बाद अपने कई बड़बोले बयानों और हरकतों से वह अपना राजीनीतिक करियर से हाथ धो बैठे। कांग्रेस में आने के बाद से सिद्धू के भारतविरोधी बयानों ने उन्हें इस स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। अपने बयानों के कारण सिक्खों का यह विश्वास जीतने के बजाय अचानक से भारतविरोधी खालिस्तानी बन गये। पंजाब मुख्यममंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से सीधे पंगा लेकर कैबिनेट मंत्री से पद से इस्तीफा देकर ये स्वयं राजनीतिक करियर की इतिश्री कर ली थी। कांग्रेस का शीर्ष जिनका इन पर हाथ माना जा रहा था वो भी इनके पक्ष में कुछ भी नहीं कर पाए। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आकर केन्द्रीय नेतृत्व का मोहरा बने सिद्धू अब पाक सेना और पाक पीएम के हाथ का मोहरा बन चुके हैं। दोबारा पाकिस्तान के आमंत्रण को स्वीकार कर करतापुर जाकर वह पुरानी गलती दोहराने जा रहे हैं!
इमरान से भी पहले सिद्धू को बाजवा ने दी थी करतापुर कॉरीडोर बनाने की सूचना
गौर करने वाली बात ये है कि पंजाब के सीएम अमरिन्द सिंह ने पहले ही शंका जतायी थी कि करतापुर कॉरीडोर को खोलने के पीछे पाकिस्तान सेना और आईएसआई का हाथ है। याद रहे कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने 2018 में पाकिस्तान में इमरान सरकार की अधिकारिक घोषण करने से पहले ही करतापुर कॉरिडोर खोलने की योजना की पुष्टि की थी।
एक बार फिर बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इसमें ISI का हाथ हो सकता है। इतना ही नही उन्होंने यह भी कहा है कि जब इमरान खान ने शपथ ली तो नवजोत सिंह सिद्धू को बुलाया गया, शपथ से पहले पाक सेना के जनरल ने सिद्धू को बताया कि हम करतारपुर कॉरिडोर खोल रहे हैं। जबकि वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान को बाद में पता लगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सिद्धू ने इमरान का इन्विटेशन कबूल कर लिया है। जैसे ही ये मामला मेरे पास आया तो मैंने इसे विदेश मंत्रालय को सौंप दिया। उन्होंने कहा है कि अचानक भारत की 70 साल पुरानी मांग पर ध्यान देने के पीछे पाकिस्तान की मंशा के बारे में शुरुआत से ही आशंकाएं हैं। पाकिस्तान ने इसके बारे में पहले क्यों नहीं सोचा? यह मंशा भारत के साथ संबंध सुधारने की पहल तो बिलकुल भी नही है।
इन बयानों ने गुरु सिद्धू की राजनीतिक लुटिया डुबो दी
-पुलवामा आतंकी हमले के बाद नवजोत सिहं सिद्धू ने बयान दिया कि 'चंद बुरे लोगों की वजह से पूरे देश को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, यह हमला वाकई में कायरता का सबूत है और इसकी कड़ी निंदा करता हूं और ऐसी कोई भी हिंसा बर्दास्त नही की जाएगी।
- पहले बयान के बाद जब सिद्धू यूजर्स के निशाने पर आए तो उन्होंने एयर स्ट्राइक के बाद यू-टर्न लिया। भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद सिद्धू ने ट्वीट किया ‘ लोहा लोहे को काटता है, आग आग को काटती है, सांप जब डंक मारता है, उसका एंटीकोट विश ही है, आतंकियों का विनाश अनिवार्य हैं भारतीय वायुसेना की जय हो।
-भारत के कूटनीतिज्ञ दबाव के बाद पाक प्रधानमंत्री ने विंग कमांडर अभिनंदन को बिना शर्त वापस भेजने का फैसला किया तब सिद्धू फिर पाकिस्तान की तरफदारी करने लगे उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज किया 'इमरान खान हर अच्छा काम अपने आप रास्ता बना लेता है। आपका यह नेक काम एक अरब लोगों को खुशी देगा। पूरा देश खुश है। मुझे अभिनंदन के माता-पिता और करीबियों के लिए बेहद खुशी है।
- पाक प्रधानमंत्री की तारीफ करने के बाद सिद्धू ने एक और ट्विट किया। इस ट्वीट के बाद नवजोत फिर से ट्रोल हाने लगे। इस ट्विट में सिद्धू ने लिखा 'जिस जंग में बादशाह की जान को खतरा न हो, उसे जंग नहीं राजनीति कहते हैं-चाणक्य।'
-पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को सौंपने के बाजय नाटकबाजी के तहत ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
-भाजपा में थे सिद्धू ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए कहा था 'यह सरदार तो है लेकिन असरदार नही है।' वहीं कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद सिद्धू ने कहा कि 'मनमोहन सिंह सरदार है लेकिन असरदार हैं।‘ चुनाव के दौरान यह बयान दिया था कि 'अगर राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हारते है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा जिसे लेकर चुनाव के बाद सिद्धू को कई बार मीडिया द्वारा घेरा भी गया था'।
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करतारपुर कॉरिडोर खुलने वाला है ये इमरान खान से पहले सिद्धू को पता था- कैप्टन अमरिंदर सिंह