#KarnatakaResults: कर्नाटक की हार से मिशन 2019 से पहले राहुल के नेतृत्व पर उठे सवाल
बेंगलुरु। कर्नाटक चुनाव के परिणामों के लिए वोटों की गिनती जारी है और ऐसे में रुझान सामने आ रहे हैं, नील्सन के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 198 सीटों के रुझान सामने आए हैं। शुरुआती रुझानों में बीजेपी 94 सीटों पर आगे चल रही है, कांग्रेस 58 और जेडीएस 44 सीटों पर आगे चल रही है। 2 सीट पर अन्य आगे हैं। फिलहाल जीत-हार का फैसला अब से थोड़ी देर के बाद सामने आ जाएगा।
कर्नाटक के हाथ से निकला बड़ा राज्य
अगर बीजेपी जीतती है और कर्नाटक के हाथ से सत्ता निकलती है तो ये हार उसके लिए काफी भारी पड़ेगी क्योंकि इस हार के बाद उसके हाथ से सारे बड़े राज्य निकल जाएंगे और एक बार फिर से मोदी मैजिक के आगे राहुल गांधी फेल हो जाएंगे, जो कि साल 2019 में उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
कर्नाटक की हार और कांग्रेस की मुश्किलें
अगर आज कांग्रेस को शिकस्त मिलती है तो पंजाब छोड़कर उसके हाथ में एक भी बड़ा राज्य नहीं बचेगा, कर्नाटक की हार उसे इसलिए भी चुभेगी क्योंकि यहां उसकी अब तक सत्ता है।
2019 से पहले ब्रांड राहुल को बड़ा झटका लगेगा
राहुल गांधी ऐलान कर चुके हैं कि वो साल 2019 में अगर सब चाहेंगे तो पीएम की कुर्सी संभाल सकते हैं, अगर आज उनकी पार्टी हारती है तो हार का सेहरा उनके इस बड़बोलेपन पर भी पड़ेगा और इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है क्योंकि इसकी वजह से विरोधियों में फूट पड़ने की आशंका है, जो कि साल 2019 के लिए सही नहीं है।
कर्नाटक मॉडल फेल!
कर्नाटक अगर कांग्रेस के हाथ से निकला तो मोदी के गुजरात मॉडल के मुकाबले कांग्रेस का कर्नाटक मॉडल कमजोर साबित होगा और सिद्धारमैया कमजोर सीएम साबित होंगे।
साउथ में ब्रांड मोदी के आगे राहुल गांधी फेल
अभी तक बीजेपी को हिंदी भाषी राज्य की पार्टी कहा जाता था लेकिन आज अगर बीजेपी यहां जीतती है तो ये जुमला फेल हो जाएगा क्योंकि पूर्वोत्तर के बाद दक्षिण में भी कमल खिलेगा जो कि बीजेपी के कांग्रेस मुक्त भारत का अहम कदम होगा। इसका फायदा साल 2019 में निश्चित तौर पर भाजपा को मिलेगा इसलिए आज की जीत कांग्रेस के लिए काफी अहम है।
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