Karnataka:फ्लोर टेस्ट से पहले कुमारस्वामी के 5 वर्ष के कार्यकाल पर खड़ा हुआ बड़ा सवाल
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बेंगलुरू। कर्नाटक में आज जेडीएस-कांग्रेस सरकार का सदन में बहुमत परीक्षण है, ऐसे में हर किसी की निगाह इसपर टिकी है कि क्या यह जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर पाएगी। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि वह सदन के भीतर अपना बहुमत साबित कर देंगे। आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को कुमारस्वामी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, इस दौरान देशभर के क्षेत्रीय नेता सहित सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
कांग्रेस का अलग गेम प्लान ?
जिस तरह से कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस-जेडीएस ने गठबंधन का ऐलान किया उसके बाद यह देखना काफी दिलचस्प है कि क्या महज 37 विधायकों वाली जेडीएस के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को कांग्रेस 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने का मौका देगी। हालांकि कुमारस्वामी ने कई मौकों पर यह कहा है कि मुख्यमंत्री के कार्यकाल में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा और वह 5 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे। लेकिन अगर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जी परमेश्वर के बयान पर नजर डालें तो यह कुछ और ही गेम प्लान दर्शाती है।
अभी नहीं लिया गया है फैसला?
जी परमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री के रोटेशन पर अभी तक किसी भी तरह का फैसला नहीं लिया गया है। कांग्रेस की ओर से यह बयान फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले आया है, लिहाजा यह सवाल खड़ा होने लगा है कि क्या कुमारस्वामी अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर पाएंगे। गुरुवार को जब पत्रकारों ने परमेश्वर से खुलकर यह सवाल किया कि क्या कुमारस्वामी पांच साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे तो उन्होंने साफ कहा कि इसपर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
उठापटक जारी
परमेश्वर ने कहा कि हमने अभी तक इसपर चर्चा नहीं की है, हम अभी भी इसपर फैसला कर रहे हैं कि किसे कौन सा मंत्रालय दिया जाए। मुख्यमंत्री पांच साल के लिए रहेंगे या नहीं इन तमाम बातों पर अभी फैसला लिया जाना बाकी है। एक तरफ जहां दोनों ही दल इस बात से साफ इनकार कर रहे हैं कि उनके बीच किसी भी तरह की कोई तकरार है तो दूसरी तरफ मंत्रालय के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच उठापटक लगातार जारी है।
मंत्रालय के बंटवारे पर भी खींचतान
गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस के खाते में कुल 78 सीटें आई हैं जबकि जेडीएस के खाते में सिर्फ 38 सीटें आई हैं। कर्नाटक में कुल 222 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 104 सीटों पर जीत हासिल की है। प्रदेश में कुल 34 मंत्रियों की जगह है, जिसमे से माना जा रहा है कि कांग्रेस के खाते में 22 मंत्रालय जाएंगे और जेडीएस के खाते में 12 मंत्रालय जा सकते हैं। हालांकि अभी इसपर अंतिम फैसला नहीं हुआ है कि किस पार्टी के पास कौन सा मंत्रालय होगा।
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