कर्नाटक: कुमारस्वामी की ताजपोशी या विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन
कर्नाटक में जनता दल सेकुलर के नेता कुमारास्वामी बुधवार को अपनी कैबिनेट के साथ शपथ लेंगे.
बेंगलुरु में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में गैर-भाजपा दलों के नेता शामिल होने जा रहे हैं.
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफ़े और कर्नाटक में बीजेपी का परचम लहराने से रोकने के बाद गैरभाजपा दलों के लिए ये जश्न का मौका होगा.
कर्नाटक में जनता दल सेकुलर के नेता कुमारास्वामी बुधवार को अपनी कैबिनेट के साथ शपथ लेंगे.
बेंगलुरु में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में गैर-भाजपा दलों के नेता शामिल होने जा रहे हैं.
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफ़े और कर्नाटक में बीजेपी का परचम लहराने से रोकने के बाद गैरभाजपा दलों के लिए ये जश्न का मौका होगा.
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और राज्य के भावी मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के पिता एचडी देवगौड़ा ने कहा है कि शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों के नेता उपस्थित होंगे.
एचडी देवगौड़ा ने साल 1996 में कांग्रेस की मदद से केंद्र में सरकार बनाई थी.
मेहमानों की लिस्ट
एचडी कुमारास्वामी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी को समारोह में शामिल होने के लिए खुद आमंत्रित किया है.
जब वो सरकार के स्वरूप की चर्चा के लिए दिल्ली गए थे, उन्हें सोनिया गांधी का पैर भी छुए थे.
समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बंगाल की ममता बनर्जी, केरल के पिनराई विजयन और आंध्रप्रदेश के चंद्रबाबू नायडू ने शामिल होने की पुष्टि की है.
यह समरोह शाम 4.30 बजे विधानसभा में शुरू होगा.
क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के नेता मायावती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी, अजीत सिंह और कमल हासन भी समारोह के गवाह बन सकते हैं.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कुछ ज़रूरी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे.
तमिलनाडु के तूतीकोरिन में हुई हिंसा के चलते डीएमके के चीफ एमके स्टालिन के समारोह में शामिल होने पर संशय बना हुआ है.
अध्यक्ष उपाध्यक्ष कौन होंगे
विपक्षी दलों के एक साथ आने का संदेश देने वाले इस समारोह में मंत्रिमंडल के स्वरूप से पर्दा उठेगा.
ये तय हो चुका है कि सरकार में उप-मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कौन होंगे.
कुमारास्वामी के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर जी परमेश्वर को भी राज्यपाल वजुभाई वाला शपथ दिलाएंगे.
कुमारास्वामी ने कहा, "हमलोग 24 मई को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा."
अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की तरफ से केआर रमेश कुमार का नाम सुझाया गया है.
रमेश कुमार साल 1994 में विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं, जब एचडी देवगौड़ा मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए थे.
लिंगायतों का मुद्दा
उपाध्यक्ष पद पर जनता दल सेकुलर का कोई नेता बैठेगा. कांग्रेस ने दो उपमुख्यमंत्री होने की बात कही थी, जिसे जनता दल सेकुलर ने अस्वीकार कर दिया है.
कांग्रेस दूसरे उपमुख्यमंत्री पद पर लिंगायत समुदाय के नेता को बिठाना चाहती थी.
कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की बात कही थी, जिसके खिलाफ भाजपा ने चुनाव के दौरान प्रचार किया था.
भाजपा का आरोप था कि सिद्धारमैया ऐसा करके हिंदू समाज को बांटने की साजिश कर रहे हैं.
वेनुगोपाल ने कहा, "34 मंत्रियों के मंत्रिमंडल में कांग्रेस के 22 और जनता दल सेकुलर के 12 नेता होंगे."
"विभागों का बंटवारा फ्लोर टेस्ट के बाद होगा. हमलोग एक से दो दिन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की घोषणा करेंगे."