कृषि स्कीम को लेकर सिद्धारमैया कैंप ने सीएम HD कुमारस्वामी पर साधा निशाना
नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ताजा मामला कृषि स्कीम से जुड़ा हुआ है, जिसको लेकर सिद्धारमैया खेमे ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर निशाना साधा है। दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक फरवरी को पेश किए गए अंतरिम बजट में किसानों को हर साल 6 हजार रुपये सीधे अकाउंट में ट्रांसफर करने का ऐलान किया है। सरकार को उम्मीद है कि इस फैसले से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिल सकता है। केंद्र सरकार के इस फैसले से कर्नाटक कांग्रेस के नेता ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने किसानों के लिए इसी तरह की योजना का ऐलान किया था, लेकिन एचडी कुमारस्वामी सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया।
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राइता बेलाकू स्कीम को लेकर सिद्धारमैया कैंप ने उठाए सवाल
जानकारी के मुताबिक, सिद्धारमैया सरकार में घोषित राइता बेलाकू स्कीम को नई सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले बजट में जगह मिलने की संभावना नहीं है। इस योजना की जगह, सरकार की प्राथमिकता कृषि ऋण की बकाया राशि का भुगतान करना है, इस उद्देश्य के लिए लगभग 23,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए जाने की संभावना है। सिद्धारमैया सरकार की कृषि स्कीम को बजट में जगह नहीं मिलने की खबर से कांग्रेस पार्टी नाराज नजर आ रही है।
सिद्धारमैया सरकार ने की थी किसानों से जुड़ी स्कीम को घोषणा
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और सिद्धारमैया के करीबी बीएस शिवन्ना ने कहा कि अगर गठबंधन सरकार राइता बेलाकू स्कीम लागू करती, तो कांग्रेस आज बीजेपी का मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में होती। सिद्धारमैया के एक और समर्थक, पूर्व मंत्री एचएम रेवन्ना ने कहा कि जब हम भाजपा के खिलाफ एकजुट लड़ाई की बात करते हैं, तो जेडीएस को पिछली कांग्रेस सरकार की ओर से किए गए अच्छे काम को देखना चाहिए और उसका फायदा उठाना चाहिए।
कांग्रेस खेमे की नाराजगी की ये है वजह
हालांकि, पूरे मामले पर वित्त विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकार प्रदेश की वित्तीय स्थिति को देखते हुए राइता बेलाकू योजना पर विचार नहीं कर सकती है। कुमारस्वामी सरकार की ओर 2019-20 के बजट परिव्यय को 2.2 लाख करोड़ से बढ़कर लगभग 2.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने की संभावना है।
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