कर्नाटक के एक युवा ने मोदी को वोट देने के लिए ऑस्ट्रेलिया में अच्छी जॉब छोड़ दी
नई दिल्ली- सुनकर हैरानी जरूर होती है, लेकिन यह वाक्या पूरी तरह सच है। मैंगलुरु के एक व्यक्ति ने सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट देने के लिए ऑस्ट्रेलिया में अपनी लगी-लगाई अच्छी जॉब छोड़ दी है। 41 साल के सुधिंद्रा हेब्बार सिडनी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग ऑफिसर के पद पर तैनात थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक शनिवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैंगलुरु के नेहरू मैदान में एक उत्साहित जन-सैलाब को संबोधित कर रहे थे, तब वहां मोदी समर्थकों की उस भीड़ में ऑस्ट्रेलिया से उनके फैन सुधिंद्रा भी मौजूद थे। सुधिंद्रा हेब्बार (Sudhindraa Hebbaar ) ने ऑस्ट्रेलिया वाली जॉब छोड़ देने का फैसला सिर्फ इसलिए लिया, ताकि वे भारत में अपना वोट डाल सकें और अपने चहेते नेता को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनते देख सकें।
सुधिंद्रा (Sudhindraa Hebbaar ) वहां डेढ़ साल से जॉब कर रहे थे, लेकिन जब पैसेंजर के भारी दबाव के चलते उनकी छुट्टी बढ़ना नाममुमकिन लग रहा था, तब उन्होंने फैसला कर लिया कि वे नौकरी छोड़कर ही अपने वतन जाएंगे, ताकि वोट कर सकें। उन्होंने बताया कि, "मुझे 5 से 12 अप्रैल तक की छुट्टी मिली थी और मैं एयरपोर्ट पर ईस्टर और रमजान की भारी भीड़ के मद्देनजर इसे बढ़वा नहीं सका। मैं वोट देने के लिए बहुत ही बेसब्र था और मैंने फैसला कर लिया कि मैं इस्तीफा देकर वापस घर चला जाऊंगा।"
एमबीए ग्रैजुएट (MBA graduate)सुधिंद्रा (Sudhindraa Hebbaar )ने बताया कि वे वहां दुनियाभर के लोगों के साथ काम करते हैं, जिसमें पाकिस्तानी और यूरोपियन भी शामिल हैं। जब उनके मुंह से भारत के बेहतर भविष्य की बातें सुनते हैं, जो उन्हें बहुत ही गर्व महसूस होता है। वे भारत की इस बदलती छवि और सफलता का सेहरा पीएम मोदी को देते हैं। उनका मानना है कि वे बॉर्डर पर जाकर देश की सेवा तो नहीं कर सकते, इसलिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करके ही अपनी ड्यूटी निभाना चाहते हैं।
दिलचस्प बात ये है कि सुधिंद्रा (Sudhindraa Hebbaar )2014 में 17 अप्रैल के दिन ही बेंगलुरु से ऑस्ट्रेलिया गए थे, जिस दिन वहां एक फेज में लोकसभा चुनाव कराए गए थे। लेकिन, तब भी एक जिम्मेदार नागरिक की तरह उन्होंने अपने शहर होसाबेट्टु में सुबह 7 बजे ही वोट डाला और वहां से 9 घंटे की यात्रा करके बेंगलुरु पहुंचे और फिर रात को सिडनी के लिए फ्लाइट पकड़ ली थी।
वे 23 मई को चुनाव परिणाम आने तक मैंगलुरु में ही रहेंगे और उसके बाद फिर नई जॉब के लिए वापस ऑस्ट्रेलिया जाएंगे। हालांकि, उनके मुताबिक पर्मानेंट रेजिडेंसी कार्ड-होल्डर (Permanent Residency card-holder in Australia) होने के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया में नई जॉब में दिक्कत नहीं होगी। उनकी पत्नी फिजी-ऑस्ट्रेलियन हैं।
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