लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए कर्नाटक सरकार ने लांच किया पोर्टल, आने-जाने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी
बेंगलुरु: लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। गृह मंत्रालय ने मजदूरों, छात्रों और अन्य नागरिकों को घर वापस जाने की सशर्त अनुमति दे दी है। केंद्र सरकार के फैसले के बाद से ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए। वहीं बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर ज्यादा भीड़ ना हो, इसके लिए कर्नाटक सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब लोगों को कर्नाटक से जाने या आने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिसके बाद उनको भेजने का फैसला सरकार लेगी।
कर्नाटक के प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक राज्य की ओर से लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए सेवा सिंधू नाम से एक पोर्टल बनाया गया है। इस पर जाकर राज्य में आने-जाने वाले लोग रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके बाद राज्य सरकार उनके आने-जाने की व्यवस्था करेगी। वहीं प्रशासन ने साफ किया है कि रजिस्ट्रेशन करने का मतलब ये नहीं है कि आपको यात्रा की अनुमति मिल गई है। रजिस्ट्रेशन के बाद सुविधा के हिसाब से राज्य सरकार पास जारी करेगी या लोगों के आने-जाने की व्यवस्था करेगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए लोगों को सशर्त अनुमति देने का आदेश जारी किया है। वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु से पटना और भुवनेश्वर के लिए रविवार को स्पेशल ट्रेन चलाई गई।
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बसों
में
नहीं
लिया
जाएगा
किराया
कर्नाटक
के
मुख्यमंत्री
बी.
एस.
येदियुरप्पा
ने
रविवार
को
मामले
में
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
सरकार
ने
KSRTC
को
मजदूरों
की
वापसी
सुनिश्चित
करने
के
निर्देश
दिए
हैं।
इस
दौरान
उनसे
कोई
किराया
नहीं
वसूल
किया
जाएगा।
सरकार
की
ओर
से
ये
सुविधा
अगले
तीन
दिनों
तक
जारी
रहेगी।
येदियुरप्पा
सरकार
के
दोगुने
किराए
वाले
आदेश
का
विपक्षी
दलों
और
मानवाधिकार
संस्थाओं
ने
विरोध
किया
था।