कर्नाटक चुनाव: बीते दो साल में पांच बड़े राज्यों में कितने सही निकले हैं एग्जिट पोल
नई दिल्ली। कर्नाटक में शनिवार शाम 6 बजे 222 सीटों के लिए चुनाव संपन्न हो गया है। राज्य में 224 सीटे हैं, 2 सीटों पर चुनाव नहीं हुआ है। मतदान के बाद कई टीवी चैनल ने एग्जिट पोल दिखाए हैं और नतीजों को लेकर अलग-अलग दावे किए हैं। अलग-अलग चैनल्स के एग्जिट पोल अलग-अलग दावा कर रहे हैं। इन एग्जिट पोल के दावों को कितना सही माना जाए, इसके लिए हम आपको इनका इतिहास बता रहे हैं।
कर्नाटक में छह एग्जिट पोल भाजपा को पांच कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर किसी को भी बहुमत ना मिलने और त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा कर रहे हैं। एग्जिट पोल चार बड़े प्रदेशों (गुजरात, पंजाब, यूपी और बिहार) के चुनाव में कितने सही साबित हुए है, ये जान लीजिए।
गुजरात, 2018
इस साल हुए गुजरात चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल सही नहीं रहे। चाणक्य ने भाजपा को 135, टाइम्स नाऊ ने 115, सी-वोटर ने 108 सीट दीं लेकिन भाजपा को 99 सीटें मिलीं। जो एग्जिट पोल के दावों से अलग स्थिति है।
पंजाब, 2017
बीते साल पंजाब के विधानसभा चुनाव के बाद ज्यादातर एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला होने की बात कह रहे थे लकिन यहां कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला। इंडिया टीवी-सी वोटर ने आप के सरकार बनाने का दावा किया, चाणक्य ने कड़ा मुकाबला होने की बात कही। नतीजों में आप को 20 सीटें मिलीं और वो कांग्रेस को टक्कर नहीं दे सकी।
उत्तर प्रदेश, 2017
बीते साल उत्तर प्रदेश में एग्जिट पोल में भाजपा की जीत की बात तो कही गई लेकिन जिस तरह के नतीजे आए, वो किसी एग्जिट पोल में नहीं कहे गए थे और ना ही सपा-कांग्रेस की हार को लेकर ऐसा दावा किया गया, जैसा कि नतीजों में हुआ। सिर्फ चाणक्य का एग्जिट पोल काफी हद तक सही रहा जिसने भाजपा को 267 से 303 सीटें, सपा-कांग्रेस को 73-103 और बसपा को 15-39 सीटें मिलने का दावा किया था।
बिहार, 2015
इस चुनाव में एबीपी नेलसन ने राजद-जदयू गठबंधन को 130 और भाजपा को 108 सीटें मिलने का दावा किया था। वहीं टाइम्स नाऊ और सी वोटर ने गठबंधन को 122 सीटें और भाजपा और उसके सहयोगियों को 111 सीटें मिलने की बात कही थी। नतीजे इससे अलग रहे जब गठबंधन ने 177 सीटों पर जीत दर्ज की।
11 एग्जिट पोल का औसत, बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस से 9 ज्यादा