पढ़िए, कैसे कर्नाटक में नेताओं के साथ जुड़ जाते हैं उनके गांव के नाम
बैंगलुरूः कर्नाटक में भाजपा की जीत के बाद पार्टी नेता बुकानाकेरे सिद्दालिंगप्पा येदियुरप्पा यानि बीएस येदियुरप्पा राज्य के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में जल्द ही शपथ ले सकते हैं। पार्टी को बीते चुनाव के 40 से 110 सीटों तक पहुंचाने वाले येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय के सबसे प्रभावशाली नेता हैं। राज्य में 18 फीसदी मत रखने वाला यह समुदाय राजनीतिक और सामाजिक रूप से अन्य समुदायों के मुकाबले ज्यादा मजबूत माना जाता है। येदियुरप्पा ने मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को शिकस्त देकर भाजपा को कर्नाटक में बड़ी जीत दिलाई है, जो राज्य के तीसरे सबसे मजबूत समुदाय कोरबा से आते हैं।
पैतृक गांव का नाम भी इस्तेमाल करते हैं कर्नाटक के कई नेता
राजनीतिक रूप से दोनों ही नेताओं में 36 का आंकड़ा माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि येदियुरप्पा और सिद्धारमैया में एक बड़ी समानता भी है। दोनों नेता अपने नाम के साथ अपने पैतृक गांव का नाम भी इस्तेमाल करते हैं। कर्नाटक में पिछले कई मुख्यमंत्रियों में यह प्रमुख चलन रहा है। अगर इस पर गौर किया जाए तो एचडी देवगौडा से लेकर येदियुरप्पा तक राज्य के मुख्यमंत्रियों में अपने गांव की विरासत को खुद से जोड़े रखने का ये एक प्रमुख रिवाज रहा है।
एचडी देवगौडा भी करते हैं गांव के नाम का इस्तेमाल
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी देवगौडा जो बाद में प्रधानमंत्री भी बने उनका पूरा नाम शायद ही कोई ले पाता हो। देवगौडा अपने नाम के साथ अपने गांव का नाम भी लगाते थे। उनका जन्म कर्नाटक के हासन जिले के 'हरदनहल्ली' गांव में हुआ था। गांव की माटी में पले बढ़े देवगौडा ने अपने नाम के साथ ही अपने गांव का नाम भी लगाना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें एचडी देवगौडा यानि हरदनहल्ली डोडेगौव्डा देवगौडा कहा गया। उनके बाद उनके बेटे और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे एचडी कुमारस्वामी ने भी पिता की तरह अपने नाम के साथ गांव का नाम जोड़ा। उनका पूरा नाम भी हरदनहल्ली डोडेगौव्डा कुमारस्वामी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे एसएम कृष्णा भी अपने नाम के साथ अपने गांव का नाम लगाते थे। उनका पूरा नाम सोमनहल्ली मल्लाइहा कृष्णा है, जिसमें पहला अक्षर उनके गांव मांड्या जिले के 'सोमनहल्ली' गांव से लिया गया है जहां उनका जन्म हुआ। कम लोग ही जानते होंगे की राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का नाम भी उनके गांव 'सिद्धारमनहुंडी' से लिया गया है, जो मैसूर जिले में पड़ता है।
बीएस येदियुरप्पा भी अपने नाम के साथ अपने गांव का नाम जोड़ते हैं
राज्य की कमान संभालने जा रहे भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और पार्टी की जीत के हीरो बीएस येदियुरप्पा भी अपने नाम के साथ अपने गांव का नाम जोड़ते हैं। उनका पूरा नाम बुकानाकेरे सिद्दालिंगप्पा येदियुरप्पा है जिसमें 'बुकानाकेरे' उनके गांव के नाम से लिया गया है। यह मांड्या जिले के केआरपेट ताल्लुका में पड़ता है।
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