कर्नाटक में गहराया सियासी संकट, फ्लोर टेस्ट के दौरान सदन से गायब रह सकते हैं बागी विधायक
नई दिल्ली। कर्नाटक की राजनीति में जारी उठापटक के बीच 'रिजॉर्ट पॉलिटिक्स' की वापसी हो गई है। सत्ताधारी दलों कांग्रेस-जेडीएस के अलावा बीजेपी ने भी अपने विधायकों को रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया है। संभावित विश्वास मत के पहले सभी दल अपने-अपने विधायकों पर नजरें जमाए हुए हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को देखते हुए इनको रिजॉर्ट में शिफ्ट किया गया है। दरअसल, सीएम कुमारस्वामी ने स्पीकर से बहुमत साबित करने की इजाजत मांगी थी। वहीं, खबर आ रही है कि संभावित फ्लोर टेस्ट के दौरान बागी विधायक गैर-हाजिर रह सकते हैं।
फ्लोर टेस्ट के दौरान गैर-हाजिर रह सकते हैं बागी विधायक
एक बागी विधायक का दावा है कि उन्होंने पहले ही विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसलिए सोमवार को संभावित फ्लोर टेस्ट के लिए सदन में जाने का कोई मतलब ही नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस पर अंतिम फैसला रविवार को सारे विधायक ही लेंगे।सोमवार को बागी विधायक मुंबई के सोफिटेल होटल से रेनेशॉ होटल शिफ्ट हो गए थे। जबकि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद वे स्पीकर से मिलने बेंगलुरु पहुंचे थे। 10 बागी विधायक स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद वापस मुंबई लौट आए थे।
बागी विधायक शिरडी के लिए रवाना
वहीं, शनिवार को बागी विधायक शिरडी के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि, इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि सीएम कुमारस्वामी बीजेपी एमएलसी प्रसाद लाड से बात करना चाहते थे, लेकिन बीजेपी नेता ने ऐसी किसी संभावना को खारिज कर दिया। बागी विधायकों को मुंबई में इकट्ठा रखने में प्रसाद लाड की भूमिका बताई जा रही है। उनको होटल के बाहर भी देखा गया था।
कुमारस्वामी ने मांगी थी बहुमत साबित करने की इजाजत
इसके पहले, शुक्रवार को विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य में जो राजनीतिक उठापटक चल रही है, उसके मद्देनजर वे सदन में बहुमत साबित करना चाहते हैं। ऐसे में वो इसके लिए स्पीकर की इजाजत चाहते हैं, उन्हें इसके लिए समय दिया जाए। कुमारस्वामी ने कहा था कि वो इसी सत्र में बहुमत साबित करना चाहते हैं। बता दें कि 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद बीजेपी कुमारस्वामी सरकार पर लगातार दबाव बना रही है और सरकार पर अल्पमत में होने का दावा कर रही है।