कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा की अपील- सिंपल तरीके से मनाएं दिवाली, पटाखों पर रहेगा प्रतिबंध
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच देश त्योहारी सीजन का लुफ्त उठा रहा है। हालांकि इस साल covid-19 महामारी ने त्योहारों के रंग में भंग मिला दिया है। इस बीच बढ़ते कोरोना संक्रमण और प्रदूषण को देखते हुए कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने दिवाली पर पटाखों की बिक्री और जलाने पर प्रतिबंध लगाया है। इस सूची में अब अगला नाम कर्नाटक का भी जुड़ गया है। शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस संबंध में बड़ा ऐलान किया है।
बीएस येदियुरप्पा ने कहा, हमने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर राज्य में पटाखे फोड़ने की अनुमति नहीं देने का फैसला लिया है। इससे संबंधित आदेश जल्द जारी होगा। उन्होंने आगे कहा, पटाखों पर प्रतिबंध का प्रस्ताव देने के बाद हमें कई सुझाव मिले। लोगों को अपने बच्चों और खुद की सुरक्षा को देखते हुए दिवाली का त्योहार सरल तरीके से मनाना चाहिए। मैं लोगों से केवल ग्रीन पटाखे फोड़ने और त्योहार को सिंपल तरीके से मनाने का अनुरोध करता हूं।
We received many suggestions after we proposed a ban on firecrackers this #Diwali. People should celebrate in a simple manner considering the safety of their children & themselves. I request people to burst only green crackers & celebrate the festival in simple way: Karnataka CMO https://t.co/M3ILOkLEID
— ANI (@ANI) November 6, 2020
बता दें कि अक्टूबर माह में ही कर्नाटक सरकार ने पटाखों की बिक्री के लिए दीपावली के दिशानिर्देश जारी किए थे , जिसके तहत पटाखा विक्रेताओं को प्रतिदिन सैनेटाइज और साफ-सफाई करना अनिवार्य किया गया था। लेकिन अब राज्य में पटाखों पर बैन लगाने का फैसला किया है। कोरोना महामारी के चलते दिल्ली, चंडीगढ़ ने पहले ही पटाखे बेचने और फोड़ने पर बैन लगा दिया है। वहीं, कोलकाता उच्च न्यायालय ने पटाखों को लेकर नया आदेश जारी किया है। गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस दीपावली पर पश्चिम बंगाल में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है। कोर्ट ने अपे इस आदेश में कहा है कि पश्चिम बंगाल में इस वर्ष पटाखों को जलाना और बेचना निषिद्ध रहेगा। वहीं दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी पटाखों के जलाने पर बैन लगा दिया है।