कोरोना का प्रकोप: कर्नाटक ने बंद की सीमाएं, केरल के सीएम ने पीएम मोदी को पत्र लिख की शिकायत
तिरुवनन्तपुरम। महाराष्ट्र-केरल समेत कई राज्यों में एक बार फिर कोरोना वायरस तेजी से पैर पसारने लगा है, यहां कोविड-19 मामलों में दिन प्रतिदिन लगातार बढ़ोतरी हो रही है। उधर, कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के साथ कर्नाटक ने एहतियात के तौर पर महाराष्ट्र-केरल से लगी अपनी सीमाओं को बंद लिया है। इन राज्यों से कर्नाटक में सिर्फ उन्हें ही प्रवेश करने दिया जा रहा है जिसके पास कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव है। कर्नाटक के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खत में कहा कि कोरोना वायरस संकट के नाम पर कर्नाटक सरकार ने अपनी सीमाएं बंद कर ली हैं जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कर्नाटक सरकार का यह फैसला भारत सरकार के निर्देशों के विपरीत है। राज्यों द्वारा लोगों के एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करने से रोकना निर्देशों के खिलाफ है। बता दें कि इस मामले पर अब कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने भी सफाई दी है।
उन्होंने कहा, 'कर्नाटक ने अंतर-राज्य यात्रा कर्नाटक और केरल के बीच यात्रा को प्रतिबंधित नहीं किया गया है। एहतियाती उपाय के रूप में, दिशानिर्देश जारी किए गए हैं कि केरल से कर्नाटक में प्रवेश करने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से एक रटी-पीसीआर परीक्षण की नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए, जो 72 घंटे से अधिक पुरानी ना हो।' आपको बता दें कि केरल और महाराष्ट्र में देश के 75 फीसदी कोरोना वायरस के एक्टिव मामले हैं। केरल में देश के लगभग 38 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र में देश के लगभग 37 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 1,17,00,000 से ज्यादा डोज दी जा चुकी है।
यह भी पढ़ें: दिल्ली में घटे कोरोना के केस, गृह मंत्रालय ने दिए दो विशेष कोविड केयर केंद्रो को बंद करने के निर्देश