Karnataka: फ्लोर टेस्ट नहीं होने के विरोध में बीएस येदियुरप्पा ने जमीन पर सोकर रात गुजारी
नई दिल्ली। कर्नाटक में जिस तरह से गुरुवार को विधानसभा की कार्रवाई को स्पीकर ने टाल दिया था, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा ने विधानसभा के भीतर ही विरोध प्रदर्शन किया और रात सदन के भीतर ही सोकर गुजारी। येदियुरप्पा और तमाम भाजपा विधायकों ने सदन के भीतर जमीन पर सोकर रात गुजारी। येदियुरप्पा ने कहा कि यह सरकार बहुमत खो चुकी है। ये लोग जानबूझकर इस मुद्दे को घसीट रहे हैं और हमे भड़का रहे हैं, लेकिन हमने धैर्य के साथ काम लिया है। हम लगातार विश्वास प्रस्ताव के लिए दबाव बनाते रहेंगे। हम पूरी रात सदन के भीतर ही धरना देंगे।
देर रात तक येदियुरप्पा ने तमाम भाजपा विधायकों के साथ चर्चा की और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यहां तक कि तमाम नेताओं ने सदन के भीतर ही लाउंज में रात का खाना खाया। तमाम विधायकों ने रात में जमीन पर बैठक की। दरअसल जिस तरह से गुरुवार को सदन की कार्रवाई को स्थगित किया गया उसके बाद राज्यपाल वजूभाई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और कहा कि वह सदन के भीतर कल यानि शुक्रवार दोपहर तक अपना बहुमत साबित करें। उन्हें आज दोपहर 1.30 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा गया है।
सदन की कार्रवाई स्थगित होने के बाद भाजपा नेता जगदीश शेट्टार ने राजभवन का रुख किया और राज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने गुरुवार को ही सदन में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की। तमाम भाजपा विधायक मांग कर रहे थे कि जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराया जाए, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने कार्रवाई को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया। जिसके बाद भाजपा ने ऐलान किया कि वह रातभर सदन के भीतर विरोध प्रदर्शन करेंगे और सदन के भीतर ही रात गुजारेंगे।
गौर करने वाली बात है कि प्रदेश में कांग्रेस-जेडीएस के तमाम विधायकों के इस्तीफे के बाद प्रदेश की सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस के 13 और जेडीएस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पास कुल 105 विधायक हैं। ऐसे में अगर बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया जाता है तो भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा है।