भाजपा ने CAA के विरोधियों को दिया चैलेंज, पूछा- बताएं कितने भारतीय होंगे प्रभावित?
बेंगलुरू। कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने उन लोगों पर निशाना साधा है जो नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे हैं। भाजपा ने इन लोगों से पूछा है कि बताओ इस कानून से कितने भारतीय प्रभावित होंगे। इसे लेकर भाजपा ने ट्वीट किया है और सीएए विरोधियों ये सवाल पूछते हुए उन्हें चुनौती दी है।
कर्नाटक भाजपा ने बुधवार को ट्वीट किया, 'प्रिय सीएए के विरोधियों, कृपया उन भारतीय नागरिकों की सूची दें जो इस मानवीय कानून से प्रभावित होंगे। इसके साथ ही कृपया ये भी बताएं कि वो कैसे प्रभावित होंगे। हम आपको चुनौती देते हैं कि आप एक भी नाम नहीं बता पाएंगे।'
बता दें भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बीते साल दिसंबर माह में नागरिकता संशोधन कानून लेकर आई। इस कानून के तहत तीन पड़ोसी देश, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए उत्पीड़न के शिकार छह गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। इससे पहले इसका बिल भी संसद के दोनों सदनों में पास हुआ था।
हालांकि सीएए के आने के बाद से कई राजनीतिक पार्टियों समेत छात्रों ने देशभर में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। दिल्ली के शाहीन बाग में बीते दिसंबर माह से अभी तक प्रदर्शन जारी है। इसके अलावा उत्तरपूर्वी पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत स्थित राज्यों में भी काफी हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। हालांकि सरकार ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह इस कानून को वापस नहीं लेगी।
Dear Opponents of the #CAA,
Please furnish the list of those Indian Citizens who will be affected by this Humanitarian Act.
Also, please specify how they will be affected.
We challenge that you will not be able to provide even a SINGLE NAME ! ! !#IndiaSupportsCAA
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) February 19, 2020
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के कई नेताओं ने तो सीएए के समर्थन में कई रैलियां भी की हैं। इनका कहना है कि विपक्षी पार्टियां गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी कह चुके हैं कि ये कानून भारत के नागरिकों को किसी भी तरह प्रभावित नहीं करेगा। सरकार इस कानून को इसलिए लाई है ताकि पड़ोसी देशों से आए उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता मिलना आसान हो जाए।
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