येदुरप्पा ने कर्नाटक सरकार की चुनाव आयोग में की शिकायत, आचार संहिता के उल्लंघन का लगाया आरोप
बेंगलुरु। कर्नाटक बीजेपी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर कर्नाटक सरकार की शिकायत दर्ज करायी है। येदुरप्पा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि, वह राज्य सरकार को विकास कार्यों के लिए कराए जा रहे कामों में दी गई ढील को वापस ले। यह आदर्श आचार सहिंता का उल्लघंन है। येदुरप्पा का आऱोप है कि, कर्नाटक सरकार दावा कर रहा है कि उन्हें आयोग की ओर से विकास के कार्यो जैसे, प्रोजेक्ट्स, विनिर्माण औऱ सेवाओं में छूट दी है।
येदुरप्पा ने कहा कि अगर राज्य सरकार को विभिन्न परियोजनाओं पर अभी कुछ करने की छूट दी गई तो इससे बाकी बचे चार चरण के मतदान पर असर पड़ेगा। येदियुरप्पा ने आयोग से राज्य सरकार को पिछले दो दिनों में लिए गए सभी निर्णयों को रद्द करने के निर्देश देने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार दावा कर रही थी कि चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता को उन्हें ढील दी है, जिसमें उन्हें विकास कार्यों को करने की अनुमति दी गई है। जिसमें बुनियादी ढाँचे, खरीद और सेवाओं से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं। राज्य सरकार ने दावा किया कि सीईसी ने इस पर निविदाएं जारी करने और अंतिम रूप देने की अनुमति दी है।
अपने राज्य की विस्तृत चुनावी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
येदियुरप्पा ने 25 अप्रैल को मुख्य चुनाव आयुक्त को यह पत्र लिखा था जिसे शुक्रवार को मीडिया को जारी किया गया।उन्होंने कहा कि, मुझे लग रहा है कि, आम चुनाव चल रहे हैं, राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय उसे प्रभावित कर सकते हैं। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा। इसमें कई तरह की अनियमितताएं बरती जा रही हैं। मुझे आश्चर्य हो रहा है कि (यदि सीईसी ने अनुमति दी है) सीईसी ने चुनाव आचार संहिता के दिशानिर्देशों में ढील देने का यह निर्णय कैसे ले सकता है।
लड़की ने ओला मनी से किराया देने की कही बात, तो ड्राइवर बोला- कैश दे नहीं तो काट के फेंक दूंगा