कर्नाटक: टीपू सुल्तान के खिलाफ बोलने पर पैगंबर मोहम्मद का बताया अपमान, पत्रकार गिरफ्तार
नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद और टीपू सुल्तान के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में बेंगलुरु पुलिस ने एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है। टीपू सुल्तान की जयंती के मौके पर दक्षिणपंथी पत्रिका 'असीमा' के कॉलमनिस्ट संतोष थम्मायाह के विचारों से असहमत कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। थम्मायाह पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया है।
फोटो साभार: संतोष थम्मायाह/ फेसबुक
थम्मायाह ने कहा 'पैगंबर की विचारधाराओं के कारण ही टीपू सुल्तान ने आतंकवादी कृत्यों को पूरा किया'। बेंगलुरु में हिंदुत्व ग्रुप प्रगण्य कावेरी के एक प्रोग्राम 'टीपू सुल्तान का डार्क साइड' में भी थम्मायाह ने टीपू सुल्तान पर अपने विचार प्रकट किए थे।
पत्रकार की निजी विचारों से परेशान सिद्दापुरा के असकर केवी ने 6 नवंबर के शिकायत दर्ज कराते हुए कहा 'जिस प्रकार से संतोष थम्मायाह ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया है, उससे कोडागू में शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।' असकर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि थम्मायाह के भाषण का उद्देश्य केरल के कोडागू में रह रहे मुसलमान अल्पसंख्यक समुदाय और इस क्षेत्र में हिंदुओं के बीच अशांति पैदा करना था।
11 नवंबर को थम्मायाह के टिप्पणी से नाराज मुस्लिम कट्टरपंथी संगठनों के कई लोगों ने गोयनिकोपा पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए पत्रकार को गिरफ्तार करने की मांग की थी। सोमवार को पत्रकार की गिरफ्तारी के बाद संतोष के समर्थन में कई लोगों ने सोशल मीडिया कैंपेन चलाते हुए कर्नाटक सरकार की कड़ी आलोचना की। बीजेपी ने कर्नाटक सरकार को कायर बताते हुए राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति बताई है।
बीजेपी ने कर्नाटक सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी हिंदुओं के खिलाफ है। बीजेपी ने कहा कि कर्नाटक में 'राजनीति गुंडागर्दी' के खिलाफ सभी को एकजुट होकर आवाज उठाने की जरुरत है।