Karnataka Floor Test: क्या येदुरप्पा आज खेलेंगे सहानुभूति का कार्ड?
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बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्ता हासिल करने के लिए चल रहा सियासी ड्रामा अब दिलचस्प मोड़ पर आ चुका है, राज्य में बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देने के बाद उपजे विवाद पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि कर्नाटक में शनिवार को ही फ्लोर टेस्ट कराया जाए। ऐसे में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सीएम की कुर्सी पर विराजमान होने वाले बीएस येदुरप्पा के सामने आज शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुमत साबित करना है। अगर वो ऐसा कर पाते हैं, तो उनकी कुर्सी बची रहेगी, अन्यथा सीएम बनने का मौका जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी को मिल सकता है।
अगर फ्लोर टेस्ट पर येदुरप्पा अगर फेल होते हैं तो
अगर फ्लोर टेस्ट पर येदुरप्पा अगर फेल होते हैं तो निश्चित तौर पर ये उनकी और भाजपा दोनों के लिए बहुत बड़ा झटका होगा और इसकी वजह से उनकी बहुत ज्यादा किरकरी भी होगी। लेकिन ऐसा होने से वो रोक सकते हैं, अगर वो आज सहानुभूति का कार्ड खेल लें।
सहानुभूति का कार्ड?
अगर येदुरप्पा को फ्लोर टेस्ट से पहले ही पता चल जाए कि उनके पास बहुमत नहीं है और वो फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दें दे। ऐसे में वह फ्लोर पर बीजेपी को किरकिरी से बचा सकते हैं। साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव में सहानुभूति का कार्ड भी चल सकते हैं।
2007 में कर चुके हैं वो ऐसा
वह ऐसा एक बार पहले भी साल 2007 में कर चुके हैं, तब येदुरप्पा केवल 7 दिनों के लिए कर्नाटक के सीएम बने थे इसलिए हो सकता है कि इतिहास आज एक बार फिर से दोहराया जाए।
नतीजों में बीजेपी को 104 सीट मिली है
आपको बता दें कि 12 मई को कर्नाटक विधानसभा में 222 सीटों के लिए चुनाव हुए थे यानी बहुमत के लिए 112 सीटों की जरूरत है, 15 मई को आए नतीजों में बीजेपी को 104 सीट मिली है जबकि जेडीएस को 37 और कांग्रेस ने 78 सीटों पर विजय हासिल की है। जबकि 1 सीट बसपा और 2 निर्दलीय को मिली है, यानी बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी को अभी भी 8 विधायकों की जरूरत पड़ेगी लेकिन जेडीएस के कुमारस्वामी दो सीटों से जीतकर विधायक बने हैं, ऐसे में उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा तो फिर 221 सीट के लिहाज से बीजेपी को 111 सीटों की जरूरत पड़ेगी बहुमत साबित करने के लिए, अब इस मैजिक नंबर को जो हासिल कर लेगा, कर्नाटक का राज उसे ही मिलेगा।
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