Karnataka Floor Test: जानिए येदुरप्पा ने आखिर क्यों दिया इस्तीफा?
बेंगलुरु। कर्नाटक के दो दिन पुराने सीएम येदुरप्पा ने विश्वासमत से पहले आखिरकार हथियार डाल दिए और अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। येदुरप्पा ने सदन में इस्तीफे से पहले कन्नड़ भाषा में एक भावुक भाषण भी दिया। अपने भाषण में येदुरप्पा ने खुद को सच्चा और ईमानदार बताते हुए जनादेश का सम्मान किया और कहा कि मैं अपनी अंतिम सांस तक राज्य के लोगों के लिए लड़ता रहूंगा।
येदुरप्पा ने दिया इस्तीफा
अगर आज मेरे पास 113 नंबर होते तो सदन का चित्र दूसरा होता लेकिन हमारे पास नंबर नहीं हैं , राज्य को ईमानदार नेताओं की जरुरत है, मेरे सामने आज अग्निपरीक्षा है, मैं फिर से जीत के आऊंगा, हम 150 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, राज्य के हर क्षेत्र में जाऊंगा और जीतकर आऊंगा, राज्य में चुनाव कभी भी आ सकता है, मैं जनता का सम्मान करते हुए पद से इस्तीफा देता हूं।
येदुरप्पा ने की थी अमित शाह से बात
आपको बता दें कि लंच ब्रेक के बाद और सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही इस बात की सुगबुगाहट थी कि येदुरप्पा विश्वासमत से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं। कहा जा रहा था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीएस येदुरप्पा से बात की थी कि अगर बहुमत को लेकर वो आश्वस्त नहीं हैं तो फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं क्योंकि आलाकमान नहीं चाहता है कि पार्टी पर खरीद-फरोख्ता का इल्जाम लगे।
हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों से परेशान थी बीजेपी
वैसे भी मीडिया रिपोर्ट्स में भी यही कहा रहा था कि हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों से परेशान बीजेपी के हाईकमान ने येदुरप्पा से कह दिया है कि अब इस्तीफा देना ही उनके और पार्टी की छवि के लिए बेहतर रहेगा।
कांग्रेस और जेडीएस खेमा खुशी से नाच उठा
येदुरप्पा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस और जेडीएस खेमा खुशी से नाच उठा है, विधानसभा में ही कांग्रेसी नेताओं ने विजयी चिह्न दिखाकर एक-दूसरे को बधाई दी। येदुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के किसी विधायक ने हमारा साथ नहीं छोड़ा, हम उनका धन्यवाद करते हैं।
ये भी पढ़ें- LIVE: कर्नाटक विधानसभा में येदुरप्पा के बहुमत परीक्षण का पल-पल का लाइव अपडेट