10000 वोटर कार्ड: गरमाई सियासत, बीजेपी समर्थक ने कहा, मुझे धमकियां मिल रही हैं
बीजेपी ने इस सबंध में आरोप लगाते हुए कहा है कि यह अपार्टमेंट एक कांग्रेसी नेता का है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि राज राजेश्वरी नगर निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव रद्द कर दिए जाएं।
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बेंगलुरु के एक अपार्टमेंट से लगभग 10,000 मतदाता पहचान पत्रों के मिलने के बाद सियासी पारा गरमा गया है। इस संबंध में मंगलवार देर रात चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। चुनाव आयोग ने इन पहचान पत्रों की जांच के आदेश दिए हैं। इसी बीच बीजेपी समर्थक राकेश मीडिया के सामने आए और बताया कि चुनाव आयोग ने मेरा स्टेटमेंट ले लिया है। वहीं उन्होंने बताया कि राजेश्वरी सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के सहयोगी इस मामले को उजागर होने से परेशान हैं और मुझे धमकियां दे रहे हैं।
बीजेपी ने इस सबंध में आरोप लगाते हुए कहा है कि यह अपार्टमेंट एक कांग्रेसी नेता का है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि राज राजेश्वरी नगर निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव रद्द कर दिए जाएं। बीजेपी के आरोप के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है और कहा है कि यह सब बीजेपी की ड्रामेबाजी है। कांगेस ने साथ ही बीजेपी पर नकली सबूत का आरोप लगाया। जिस इलाके में ये वोटर कार्ड पाए गए हैं वो बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाका है। यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है।
इस मामले पर कांग्रेस चुनाव आयोग भी पहुंच गई है। कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि जिस फ्लैट में फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं उसकी मालकिन मंजुला नंजामारी हैं जो कि बीजेपी की पूर्व निगम पार्षद रही हैं, उन्होंने अपने गोद लिए बेटे राकेश को इसे किराए पर दे रखा है। हालांकि कांग्रेस के आरोपों पर मंजुला नंजामारी खुद मीडिया के सामने आई और अपना पक्ष रखा। उन्होंने कांग्रेस के उन आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि राकेश ने उस फ्लैट को किराए ले रखा जिसमें फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं।
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