कर्नाटक में बुआ-बबुआ की ये हंसी, क्या यूपी में बीजेपी को रुलाएगी?
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नई दिल्ली। एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल वाजुभाई वाला ने कर्नाटक विधानसभा में आयोजित शपथ समारोह में एचडी कुमारस्वामी को शपथ दिलाई। इस दौरान देश की अलग-अलग पार्टियों के बड़े नेता शामिल होने के लिए पहुंचे। हालांकि सभी की निगाहें बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर टिकी हुई थी। जैसे ही उत्तर प्रदेश की सियासत के ये दो बड़े चेहरे पहली बार मंच साझा करते हुए नजर आए, सभी की निगाहें इनकी ओर घूम गई। मंच पर भी बुआ (मायावती) और बबुआ (अखिलेश यादव) का जो अंदाज देखने को मिला, वो बेहद खास था। दोनों ही नेता एक साथ हंसते हुए नजर आए।
कुमारस्वामी के शपथ समारोह में यूपी की सियासत से जुड़ी खास तस्वीर आई सामने
जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के सीएम बन गए हैं। इस शपथ समारोह के दौरान देश की सभी बड़ी विपक्षी पार्टियां एक साथ मंच पर आकर बीजेपी के खिलाफ अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया। ये मौका बेहद ऐतिहासिक रहा, जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई नेता शामिल हुए। इस दौरान उत्तर प्रदेश की सियासत से जुड़ी बेहद खास तस्वीर सामने आई। दरअसल सभी को इंतजार था कि कब मायावती और अखिलेश यादव नजर आएंगे और मंच साझा करेंगे। आखिरकार वो तस्वीरें भी सामने आ गई जब बुआ-बबुआ एक साथ मंच पर नजर आए।
पहली बार अखिलेश-मायावती ने साझा किया मंच
ऐसा पहली बार हुआ कि बुआ-बबुआ सार्वजनिक तौर पर एक साथ सामने आए। इन दोनों का यूं साथ आना साल 2019 में होने वाले चुनाव के गठबंधन से जोड़कर देखा जा रहा है। आपको बता दें कि गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव के दौरान दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर जीत हासिल करके सभी को चौंका दिया था, उसी के बाद से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि ये गठबंधन 2019 के चुनाव में भी देखने को मिलेगा।
मंच पर दिखी विपक्षी एकता की तस्वीर
कुमारस्वामी के शपथ समारोह के दौरान जिस तरह से अखिलेश यादव और मायावती मंच पर हंसते हुए नजर आए, कहीं न कहीं ये तस्वीरें बीजेपी को परेशान कर सकती हैं। यूपी की दोनों बड़ी पार्टियों के बड़े नेताओं के इस तरह से साथ आने के बाद बीजेपी को कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश के लिए अपनी रणनीति में बदलाव जरूर करना होगा।