कर्नाटक में एसपी ने अपनी खातिरदारी में लगाए 18 पुलिसकर्मी, पौधों को पानी देने और कपड़े धोने का मिला काम
मंड्या: एक ओर जहां वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने की बात हो रही है और अधिकारियों के खर्च में कटौती की बात की जा रही है तो वहीं कुछ पुलिस अधिकारी अभी भी ऐसी व्यवस्थाओं का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। ताजा मामला कर्नाटक के मंड्या की एसपी जी. राधिका का है, जो जूनियर पुलिसकर्मियों से अपने सरकारी घर में निजी काम कराने से जरा सा भी परहेज नहीं करती हैं। खबर के मुताबिक, एसपी राधिका ने अपने घर में 18 पुलिसकर्मियों को अर्दली के तौर पर तैनात कर रखा है जो पौधों को पानी देने का भी काम किया करते हैं।
18 पुलिसकर्मी सरकारी घर में काम करते हैं
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एसपी राधिका के सरकारी घर में 18 पुलिसकर्मी गार्डन में पेड़-पौधों को पानी देने का काम करते हैं और वो कपड़े भी धुलते हैं। हालांकि एसपी का कुछ और ही कहना है। वो कहती हैं कि उनके घर काम करने वाले पुलिसकर्मी अपनी इच्छा से ये सभी काम करते हैं। ये बात पूरी तरह से गलत है कि उनको मैंने ये काम सौंपे हैं। वो एक सीनियरअफसर के सरकारी घर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और वो लोग जो भी कर रहे हैं वो अपनी मर्जी से कर रहे हैं।
सिद्धारमैया सरकार ने 2016 में खत्म की थी अर्दली व्यवस्था
साल 2016 में प्रदेश की सिद्धारमैया सरकार ने इस ब्रिटिशकालीन अर्दली व्यवस्था को खत्म करने का आदेश दे दिया था। उस वक्त प्रदेश में रिजर्व्ड फोर्स के करीब 3,000 कर्मी अर्दली के तौर पर काम कर रहे थे। खबरों के मुताबिक, मंड्या स्थित एसपी के निवास पर 18 पुलिसकर्मियों के अलावा तीन पुलिस ड्राइवरों को परिवार के बाकी सदस्यों को घुमाने के लिए भी काम पर लगाया गया है।
ब्रिटिशकालीन बंगले में रहती हैं एसपी
पूरे मामले पर एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक एसपी अपने सरकारी घर में सहायता के लिए तीन पुलिसकर्मी रख सकता है। अधिकारी ने बताया कि राधिका जिस घर में रहती हैं, वह एक ब्रिटिशकालीन बंगला है, जिसमें एक बड़ा गार्डन है। इसकी देखरेख के लिए सरकार खुद माली और अन्य स्टाफ को काम सौंपती है।