Karnataka Floor Test: बीजेपी का दावा- 10 बागी विधायक हमारे साथ, कांग्रेस-जेडीएस में मची खलबली
बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्ता हासिल करने के लिए चल रहा सियासी ड्रामा अब दिलचस्प मोड़ पर आ चुका है, राज्य में बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देने के बाद उपजे विवाद पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि कर्नाटक में शनिवार को ही फ्लोर टेस्ट कराया जाए। ऐसे में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सीएम की कुर्सी पर विराजमान होने वाले बीएस येदुरप्पा के सामने आज शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुमत साबित करना है। अगर वो ऐसा कर पाते हैं, तो उनकी कुर्सी बची रहेगी, अन्यथा सीएम बनने का मौका जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी को मिल सकता है।
कांग्रेस-जेडीएस खेमे के 10 विधायक बगावत हमारे साथ: भाजपा
हालांकि बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि कांग्रेस-जेडीएस खेमे के 10 विधायक बगावत कर उन्हें सपॉर्ट करेंगे और वो अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हैं। आपको ऐसा माना जा रहा है कि जेडीएस के कई सारे विधायक कांग्रेस के साथ गठबंधन से असंतुष्ट हैं।
क्रॉस वोटिंग की संभावना
हालांकि बहुमत परीक्षण के दौरान क्रॉस वोटिंग की संभावना काफी हद तक दल-बदल कानून पर भी निर्भर करेगी। फिलहाल बीजेपी के दावों में कितना सच है, ये तो शाम को पता चलेगा लेकिन भाजपा इस दावे ने कांग्रेस-जेडीएस खेमे में खलबली जरूर मचा दी है।
लिंगायत फैक्टर काफी अहम
आपको बता दें कि बीजेपी जिन 10 विधायकों की बातें कर रही है, वो सभी लिंगायत समुदाय से आते हैं और सीएम येदुरप्पा भी लिंगायत समुदाय से हैं, ऐसे में बीजेपी के कई नेताओं का मानना है कि विपक्षी दलों के लिंगायत विधायक, राजनीतिक भविष्य और अपने समुदाय के गुस्से से बचने के लिए क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
112 सीटों की जरूरत
आपको बता दें कि 12 मई को कर्नाटक विधानसभा में 222 सीटों के लिए चुनाव हुए थे यानी बहुमत के लिए 112 सीटों की जरूरत है, 15 मई को आए नतीजों में बीजेपी को 104 सीट मिली है जबकि जेडीएस को 37 और कांग्रेस ने 78 सीटों पर विजय हासिल की है। जबकि 1 सीट बसपा और 2 निर्दलीय को मिली है, यानी बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी को अभी भी 8 विधायकों की जरूरत पड़ेगी लेकिन जेडीएस के कुमारस्वामी दो सीटों से जीतकर विधायक बने हैं, ऐसे में उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा तो फिर 221 सीट के लिहाज से बीजेपी को 111 सीटों की जरूरत पड़ेगी बहुमत साबित करने के लिए, अब इस मैजिक नंबर को जो हासिल कर लेगा, कर्नाटक का राज उसे ही मिलेगा।
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