नैतिक रूप से देश का पीएम बनने के लिए नरेंद्र मोदी सही नहीं- सिद्धारमैया
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मैं उन लोगों को जवाब नहीं देता हूं जो लोग व्यक्तिगत टिप्पणी करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, ऐसे में आपके शब्दों में काफी विश्वसनीयता होनी चाहिए, ऐसे में आपसे अपील करता हूं कि आप हमपर भ्रष्टाचार और खराब प्रशासन के आरोप लगाने से पहले उसके तथ्यों की जांच करें। सिद्धारमैया ने कहा कि जब हम सत्ता में आए थे तो कर्नाटक का निवेश की लिस्ट में 11वां स्थान था, लेकिन पिछले दो वर्षों में हम पहले स्थान पर पहुंच गए हैं, यह आंकड़े खुद केंद्र सरकार ने जारी किए हैं।
नरेंद्र मोदी ने खुद लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं की
लोकपाल मुद्दे पर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री किस अधिकारी से लोकपाल पर बात करते हैं, जब उन्होंने खुद 9 वर्षों तक बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री लोकायुक्त को नियुक्त नहीं किया, वह भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, वह नैतिक रूप से देश के प्रधानमंत्री बनने के लिए सही नहीं हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरू में रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उनके बारे में कई परियोजनाओं में कमीशन की मांग की रिपोर्ट्स आ रही है। मुझे बताया गया है कि कर्नाटक सरकार को 10% सरकार के रूप में मान्यता दी जा रही है क्योंकि 10% कमीशन के बिना कोई काम संभव नहीं है
भाजपा शाषित राज्यों में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधरा के दंगों में नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 2000 लोग मारे गए थे, क्या हरियाणा में किसी तरह की कानून-व्यवस्था है, जहां भी भाजपा सत्ता में है, वहां अल्पसंख्यक बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि उनपर हत्या का मामला चल रहा है, वह सिर्फ झूठ बोलते हैं। यहां भी ये लोग ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बना रहे हैं जो जेल जा चुका है। प्रधानमंत्री ने कन्नड़ लोगों के बारे में झूठ बोलकर प्रदेश के लोगों के स्वाभिमान को चोट पहुंचाई है।
हमारे ही पैसे हमे दिए गए
प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि वह हमेशा यह कहते हैं उन्होंने प्रदेश को काफी राजस्व दिया है, आपको क्या लगता है कि यह पैसा कहां से आ रहा है, यह वह पैसा है जिसे लोगों से कर के रूप में वसूला जाता है और उसे केंद्र को भेजा जाता है। यह हमारा ही पैसा है जो हमारे पास वापस आता है। 14वें वित्त आयोग के अनुसार पिछले तीन वर्षों में हमे 95,200 करोड़ रुपए दिया जाना चाहिए था, लेकिन हमे 84,5000 दिया गया, लिहाजा उन्हें हमे अभी और 10000 करोड़ रुपए देना है, यह ना तो प्रधानमंत्री जानते हैं और ना ही अमित शाह।