Kargil Vijay Diwas: भारत पहले हमला नहीं करता लेकिन आक्रमण करने वाले को छोड़ता भी नहीं: राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। करगिल विजय दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और चीन को एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दी है, रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत पहले आक्रमण नहीं करता है लेकिन हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब देने से भी पीछे नहीं हटता है, राजनाथ सिंह ने यह बात देश के वीर जवानों के नाम जारी संदेश में कही। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं है बल्कि भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है।
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रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हाल ही में मुझे लेह-लद्दाख जाने और वहां से कारगिल के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्राप्त हुआ था। मुझे कहते हुए खशी हो रही है कि 20 वर्ष पहले के मुकाबले मैंने लद्दाख में बहुत बड़ा बदलाव देखा, वो चाहे इक्विमेंट प्रोफाइल हो, बंदूकें हों या ऐरियल एसेट्स हों।
हाल ही में मुझे लेह-लद्दाख जाने और वहां से कारगिल के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्राप्त हुआ था। मुझे कहते हुए खशी हो रही है कि 20 वर्ष पहले के मुकाबले मैंने लद्दाख में बहुत बड़ा बदलाव देखा, वो चाहे इक्विमेंट प्रोफाइल हो, बंदूकें हों या ऐरियल एसेट्स हों: रक्षा मंत्री pic.twitter.com/jbzp2UFX1W
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2020
भारत को अपने जवानों पर पूरा भरोसा है, हम भारत मां की ओर आंख उठाने वालों को छोड़ेंगे नहीं, मालूम हो कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नैशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे थे। राजनाथ सिंह के साथ वहां तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद थे। राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
Kargil is not only a symbol of our self-respect but also a step taken against injustice. Former PM AB Vajpayee had said that within the purview of national security whatever we do is for self-defence and not attack... :Defence Minister Rajnath Singh#KargilVijayDiwas pic.twitter.com/GrWbMPnNFs
— ANI (@ANI) July 26, 2020
राजनाथ सिंह ने इससे पहले एक ट्वीट भी किया था जिसमें उन्होंने वीर सैनिकों को सलाम किया था। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय दिवस के 21 साल पूरे होने पर भारतीय सेना के वीर जवानों और शहीदों को उनके अदम्य साहस के लिए नमन किया, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कारगिल विजय की 21 वीं वर्षगांठ पर मैं भारतीय सशस्त्र बलों के उन बहादुर सैनिकों को सलाम करना चाहता हूं जिन्होंने हाल के इतिहास में दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दुश्मन का मुकाबला किया और मैं उन लोगों का भी आभारी हूं जो युद्ध में अक्षम होने के बावजूद अपने तरीके से देश की सेवा करते रहे और अनुकरण के योग्य उदाहरण स्थापित किए।