कांग्रेस फंड में कपिल सिब्बल ने दिया 3 करोड़ रुपये का दान, जानिए सोनिया-राहुल ने दिया कितना डोनेशन
नई दिल्ली- इसी हफ्ते चुनाव आयोग (Election Commission) ने साल 2019-20 में कांग्रेस को मिले डोनेशन की रिपोर्ट को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। जिससे यह पता चलता है कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की बहाली के लिए चिट्ठी लिखने वाले जी-23 (G-23) के नेताओं ने पार्टी की फर्स्ट फैमिली (गांधी परिवार) से कहीं ज्यादा दान दिया है। इस रिपोर्ट में कांग्रेस को दान देने वाले कुल 352 दान दाताओं के नाम हैं, जिनमें कई बड़े संस्थानों और कंपनियों के अलावा निजी हैसियत से दिया गया दान भी शामिल है।
कपिल सिब्बल ने कांग्रेस को दिया 3 करोड़ रुपये का दान
कांग्रेस (Congress) ने चुनाव आयोग (Election Commission)को साल 2019-20 में पार्टी फंड में आए डोनेशन का ब्योरा सौंपा है। इसमें व्यक्तिगत रूप से चंदा देने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal)का सहयोग सबसे बड़ा है। उन्होंने पार्टी फंड में 3 करोड़ रुपये का दान दिया है। गौरतलब है कि कांग्रेस में लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष का चुनाव और पार्टी संगठन के लोकतांत्रिक तरीके से गठन की आवाज उठाने वाले जी-23 (G-23) के नेताओं में वह सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कई बार मीडिया के जरिए अपनी भावनाएं जाहिर की हैं। सिब्बल के अलावा ग्रुप-23 में शामिल कम से कम पांच और कांग्रेस नेताओं ने भी पार्टी फंड में अपनी ओर से सहयोग दिया है। इनमें गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad), आनंद शर्मा (Anand Sharma), शशि थरूर (Shashi Tharoor), मिलिंद देवड़ा (Milind Deora)और राज बब्बर (Raj Babbar)भी शामिल हैं।
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ज्यादातर नेताओं ने दिए 54-54 हजार रुपये के डोनेशन
वन इंडिया ने चुनाव आयोग के पास से जो दस्तावेज जुटाए हैं, उसके मुताबिक अभिनेता से नेता बने राज बब्बर ने कांग्रेस पार्टी को 1.08 लाख रुपये का दान किया है। उनके बाद मुंबई से आने वाले कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा का नाम है, जिन्होंने सिर्फ 1 लाख रुपये पार्टी फंड में दिए हैं। लेकिन, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और शशि थरूर ने उनसे लगभग आधे या 54-54 हजार रुपये का डोनेशन पार्टी को दिया है। दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस के लिस्ट को देखकर लगता है कि ज्यादातर नेताओं के बीच पार्टी को 54,000 रुपये बतौर दान देने की ही आपसी सहमति बनी थी। क्योंकि, डोनेशन में इतनी ही रकम देने वालों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ( Manmohan Singh), पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी (AK Antony), पार्टी के दिवंगत कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा (Motilal Vora), पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पूर्व राजनीतिक सचिव और दिवंगत राज्यसभा सांसद अहमद पटेल(Ahmed Patel), पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर (Preneet Kaur)और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury)भी शामिल हैं।
पार्टी को दान देने में ग्रुप-23 के कुछ नेताओं से राहुल-सोनिया पिछड़े
लेकिन, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पार्टी को दान देने में ज्यादातर बड़े नेताओं से पिछड़ गई हैं। उन्होंने पिछले साल कांग्रेस के फंड में सिर्फ 50,000 रुपये बतौर डोनेशन दिया है। हालांकि, दोबारा से पार्टी के अध्यक्ष पद की कुर्सी के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे उनके बेटे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी 54,000 रुपये देने वाले नेताओं की ही लिस्ट में शामिल हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि ग्रुप-23 के पांच बड़े नेता हाई कमान वाली फैमिली से पार्टी को दान देने में भी आगे निकल गए हैं। वहीं राहुल गांधी के दोस्त और पिछले साल ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)ने भी पार्टी से जाते-जाते पार्टी को 54,000 रुपये ही दान करके गए हैं।
कांग्रेस को दान में मिले कुल 139 करोड़ रुपये
कुल मिलाकर कांग्रेस ने जो चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंपी है, उसके मुताबिक पार्टी को 2019-20 में कुल 139 करोड़ रुपये का दान मिला है और इस मामले में वह खुद में से निकली क्षेत्रीय पार्टी तृणमूल कांग्रेस से भी छोटी पड़ गई है। क्योंकि, इस दौरान टीएमसी को 143 करोड़ रुपये बतौर दान में मिले हैं। वैसे कांग्रेस को सबसे बड़ा दान भारती एयरटेल समर्थित प्रूडेंट इलेक्ट्रोल ट्रस्ट से मिले हैं, जो 31 करोड़ रुपये की रकम है। इसके बाइ आईटीसी ने 13 करोड़ और आईटीसी इंफोटेक ने 4 करोड़ का दान दिया है। 2018-19 में कांग्रेस को दान के तौर पर कुल 146 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। बता दें कि सियासी दलों को 20,000 रुपये से ज्यादा दान में मिली रकम का ब्योरा हर साल चुनाव आयोग को देना पड़ता है।