बेगूसराय में हार के बाद कन्हैया ने BJP पर बोला पहला हमला, फेसबुक पर ये लिखा
कन्हैया कुमार ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा पर पहला हमला बोला है। जानिए कन्हैया ने क्या कहा...
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नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब नई सरकार के गठन की तैयारियों में जुट गए हैं। नरेंद्र मोदी 30 मई को शाम सात बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद विपक्ष खासकर कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर पार्टी में हलचल का माहौल है और शीर्ष नेतृत्व समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता सवालों के घेरे में हैं। इस बीच बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के उम्मीदवार रहे जेनएयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने चुनाव में मिली हार के बाद हिंसा की घटनाओं को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला है। कन्हैया ने एक फेसबुक पोस्ट लिखकर हिंसा की घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
कन्हैया ने फेसबुक पोस्ट से बोला हमला
कन्हैया कुमार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है, 'बेगूसराय में हाल ही में युवक-युवती के साथ मारपीट और मुस्लिम फेरीवाले को पाकिस्तान जाने की बात कहकर गोली मारने की घटनाएं बताती हैं कि यहां अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो गए हैं। इन मामलों में प्रशासन को बिना देर किए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। युवक-युवती के साथ मारपीट करने वालों ने इस अपराध का वीडियो भी बनाया। अपने अपराध का वीडियो बनाना पिछले कुछ सालों में भाजपा के शासन से उपजा एक ऐसा काम है, जिसपर उतनी बात नहीं हो पाई है जितनी होनी चाहिए।'
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'हाथ पर हाथ धरकर बैठे नहीं रहने वाले'
कन्हैया कुमार ने आगे लिखा, 'गोरक्षा, संस्कृति आदि के नाम पर दलितों, मुसलमानों और युवाओं के साथ हिंसा करने का वीडियो बनाने वाले लोगों का बेखौफ हो जाना साफ बताता है कि ऐसे अपराध करने वालों को सजा का डर नहीं लगता। वे वीडियो बनाकर अपने अपराध का महिमा मंडन करते हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि हिंसा की ऐसी वारदातों को सत्ता में बैठे उनकी विचारधारा के लोगों का समर्थन हासिल है। इस तरह के अपराधों को बढ़ावा देने के लिए ऐसे तमाम नेता व उनके राग दरबारी दोषी हैं जो दिन-रात सियासी फायदों के लिए नफरत फैलाते हैं। बेगूसराय की जनता और ख़ासकर यहां के युवा साथी अपराधियों के सामने चुप नहीं बैठेंगे। जब तक अपराधियों को पकड़ा नहीं जाएगा, हम हाथ पर हाथ धरकर बैठे नहीं रहने वाले हैं। जहां अन्याय होगा, वहां उसके खिलाफ हमारी आवाज जरूर गूंजेगी।'
419660 वोटों से हारे कन्हैया
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़े थे। पहले चर्चा थी कि कन्हैया को बिहार में महागठबंधन का भी समर्थन मिलेगा, लेकिन बाद में ऐसा नहीं हुआ। बीते गुरुवार को लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कन्हैया कुमार को 419660 वोटों के भारी अंतर से हराकर जीत हासिल की। गिरिराज सिंह को 687577 और कन्हैया कुमार को 267917 वोट मिले। वहीं, आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़े महागठबंधन के प्रत्याशी मोहम्मद तनवीर हसन तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 196800 वोट मिले। इस सीट पर हुए चुनाव में लोगों ने नोटा बटन को भी जमकर दबाया और नोटा के पक्ष में 20408 वोट गए।
मोदी का आंधी में उड़ा विपक्ष
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला है। मोदी लहर पर सवार भाजपा ने इन चुनावों में 303 और एनडीए ने 353 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। देश के 17 राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। उसके 9 पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव हार गए। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी के अमेठी में हार का सामना करना पड़ा है। राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में हराया है। यूपी में भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए बना सपा-बसपा और आरएलडी का महागठबंधन भी मोदी की आंधी में नहीं टिक पाया और महज 15 सीटों पर ही सिमट गया। वहीं, मुलायम सिंह यादव परिवार के तीन सदस्य भी लोकसभा का चुनाव हार गए, जिनमें सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी शामिल हैं।
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