पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल ना लेने पर कन्हैया ने साधा पीएम पर निशाना
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव शुक्रवार शाम खत्म हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल के दौरान पहली बार शुक्रवार को भाजपा की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। पीएम मोदी की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से सभी को यही उम्मीद थी कि वह पत्रकारों के सवालों का जवाब देंगे, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। पत्रकारों के सवालों का जवाब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिए। अब इस संबंध में पीएम मोदी की राहुल गांधी समेत कई जानीमानी हस्तियों ने आलोचना की है। इसी क्रम में बेगुसराय के सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पीएम मोदी को लेकर तंज कसते हुए कन्हैया ने ट्वीट किया कि, चुप रहने से अच्छा था कि गप्पू जी प्रेस कॉन्फ़्रेंस में जवाब पहले देकर बाद में सवाल बनवा लेते। इससे कम से कम उनके और पत्रकारों के बीच सवाल-जवाब तो हो जाता। लेकिन लगता है आज दिल्ली का मौसम क्लाउडी होने के कारण गप्पू जी के राडार में यह आइडिया नहीं आ पाया।वहीं राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी पर भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर तंज कसा था।
वहीं कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा, मनमोहन सिंह जानते थे कि क्या बोलना है, लेकिन हमारे 56 इंच वाले पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ यह जानते हैं कि क्या नहीं बोलना है। पीएम मोदी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में कन्फ्यूज थे। वह सोचते हैं कि सिर्फ प्रेस रिपोर्टर्स को ही बोलना चाहिए, लेकिन कोई बात नहीं, 23 मई के बाद जब वह घर पर बैठेंगे तो सीखने के लिए भरपूर वक्त होगा।
वहीं , पूर्व कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवानी भी पीएम पर हमला बोलने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा, मोदी मन की बात से इतने भरे हुए हैं कि उन्हें यह समझ नहीं आया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल भी होते हैं। अब तक रेडियो में भी सवाल-जवाब वाले शो होते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह ने दावा किया कि बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल करेगी और पीएम मोदी की अगुआई में फिर एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी बीजेपी से प्रभावित होकर शामिल होना चाहेगी तो उसका स्वागत है। शाह ने कहा, हम पूर्वोत्तर में अच्छा कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल में बहुत अच्छा कर रहे हैं। ओडिशा में भी हमारा प्रदर्शन अच्छा होगा और दक्षिण भारत में भी सीटें बढ़ेंगी। साथ ही महाराष्ट्र में और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
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