कन्हैया कुमार की जन गण मन यात्रा पर हमले भाजपा के लोग कर रहे: सीपीआई
नई दिल्ली। सीपीआई ने अपने नेता कन्हैया कुमार पर बिहार में लगातार हो रहे हमलों को लेकर चिंता जाहिर की है। साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया है कि ये हमले भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोग कर रहे हैं। भाकपा नेता, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार बीते 20 दिनों से बिहार में सीएए और एनआरसी के विरोध में जन-गण-मन यात्रा निकाल रहे हैं। इस दौरान उनके काफिले पर नौ बार हमले हो चुके हैं।
माकपा सचिव सत्यनारायण सिंह ने कन्हैया पर हो रहे हमलों को लेकर कहा है, इन हमले को अंजाम देने वाले हताश हिंदुवादी संगठनों के कार्यकर्ता हैं। राज्यसरकार कन्हैया की यात्रा को पर्याप्त सुरक्षा भी नहीं मुहैया करा रही है। सुरक्षा में कमी के चलते लोगों को हमला करने का मौका मिल जाता है। कन्हैया की सभाओं से बीजेपी की राजनीतिक जमीन खिसक रही है, जिस कारण पार्टी अपने लोगों से ये सब करा रही है।
सत्यनारायण सिंह ने बताया है कि चार दिन पहले भाकपा के महासचिव डी. राजा ने बिहार में कई जगहों पर कन्हैया कुमार पर हुए जानलेवा हमले पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए उन्हें पूर्ण सुरक्षा देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से करते हुए उन्हें पत्र लिखा था। इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
कन्हैया कुमार ने 30 जनवरी को बेतिया से सीएए और एनआरसी के खिलाफ 'जन-गण-मन यात्रा' की शुरुआत की है। जिसके बाद वो अलग-अलग शहरों में जाकर सभा कर रहे हैं। बीते 20 दिनों में उनके काफिले पर लगातार हमले हो रहे हैं। कभी उनके काफिल पर पत्थरबाजी हुई है तो कभी अंडे और चप्पल फेंके गए हैं। जमुई, सुपौल, कटिहार, मधेपुरा, सीवान, आरा, लखीसराय, सारण और दूसरे शहरों में भी उनके काफिले पर हमले हो चुके हैं। सुपौल में हमले के दौरान कई लोगों को चोटें भी आई थीं।
कन्हैया कुमार की नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ 'जन-गण-मन' यात्रा एक महीने तक चलेगी। कन्हैया इस दौरान बिहार के लगभग सभी प्रमुख शहरों में पहुंचेंगे और करीब 50 सभाएं करेंगे। उनकी यह यात्रा 29 फरवरी को समाप्त होगी। अपनी सभाओं के दौरान कन्हैया लगातार केंद्र की सरकार पर हमलावर हैं। कन्हैया एनपीआर, एनआरसी और सीएए को संविधान और गरीब विरोधी बता रहे हैं। उनका कहना है कि ये सारे कानून देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
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