कंगना की बहन रंगोली ने डॉक्टरों पर हमले को लेकर किया विवादित ट्वीट, सस्पेंड हुआ अकाउंट
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने डॉक्टरों और पुलिस की टीम पर किए गए हमले की निंदा की है। इसे लेकर उन्होंने एक विवादित ट्वीट किया है, जो काफी वायरल हो रहा है। रंगोली ने अपने इस ट्वीट में जमाती शब्द का भी जिक्र किया है। इसे लेकर फिल्मनिर्माता रीमा कागती सहित कई लोगों ने पुलिस से रंगोली के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि कुछ देर बाद रंगोली का ट्विटर अकाउंट ही सस्पेंड हो गया।
रंगोली ने ट्वीट में कही थी ये बात
दरअसल रंगोली ने डॉक्टरों और पुलिस पर हुए हमले को लेकर ट्वीट किया, 'एक जमाती की कोरोना से मौत हो गई, जब पुलिस और डॉक्टर उसके परिवार को चेक करने गए तो उन्होंने उनपर (पुलिस और डॉक्टर) पर हमला किया और मार दिया। धर्मनिरपेक्ष मीडिया, इन मुल्लाओं + धर्मनिरपेक्ष मीडिया को एक पंक्ति में खड़ा करके गोली मार देनी चाहिए। इतिहास में वे हमें नाजी कह सकते हैं, किसे चिंता है, जिदंगी फेक इमेज से ज्यादा जरूरी है।'
फिल्मनिर्माता रीमा कागती ने कार्रवाई की मांग की
रंगोली चंदेल के इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए फिल्मनिर्माता रीमा कागती ने ट्वीट किया, 'मुंबई पुलिस क्या कृपया आप ये देखेंगे और कार्रवाई करेंगे? क्या इससे फेक न्यूज नहीं फैल रही और कुछ लोगों के खिलाफ नफरत और हिंसा को उकसाया नहीं जा रहा?' इस ट्वीट में रीमा कागती ने मुंबई पुलिस, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे को भी टैग किया है। हालांकि बाद में रंगोली ने अपना ट्वीट ही डिलीट कर दिया।
|
मुरादाबाद में हुआ था डॉक्टरों और पुलिस पर हमला
जानकारी के लिए बता दें देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रही हैं। इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ की टीम पहुंची थी। तभी स्थानीय लोगों ने उनपर हमला कर दिया। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। इतना ही नहीं, डॉक्टरों, पैरा मेडिकल टीम और एंबुलेंस की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस टीम पर भी हमला किया गया। घटना मुरादाबाद जिले के नवाबपुरा पुलिस थाने क्षेत्र में घटित हुई।
रिसर्च में दावा, भारत में बताई गई संख्या से काफी अधिक हैं कोरोना वायरस के मरीज