निर्भया केस के नाबालिग दोषी को रिहा किए जाने पर भड़कीं कंगना, बोलीं- जो रेप जैसी हैवानियत करता है वो...
नई दिल्ली। बॉलीवुड की 'क्वीन' कंगना रनौत इन दिनों अपनी फिल्म 'पंगा' के प्रमोशन में बिजी हैं। एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान कंगना रनौत ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में निर्भया गैंगरेप-मर्डर केस में दोषियों की फांसी में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। कंगना निर्भया केस के एक दोषी को नाबालिग होने के कारण कम सजा देकर छोड़े जाने पर भी नाराज थीं।
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नाबालिग को रिहा किए जाने पर जाहिर की नाराजगी
'क्वीन' स्टार ने कहा कि ऐसे दोषियों को नाबालिग नहीं कहा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने एक संगीन अपराध किया है जिसका उम्र से लेना-देना नहीं है। कंगना ने कहा कि जो रेप करता है, उसे समाज किस मानक के तहत नाबालिग समझता है। कंगना ने कहा कि बलात्कार के इन सभी दोषियों को सरेआम चौराहे पर फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। कंगना ने कहा कि ऐसा करने से समाज में एक मिसाल कायम होगी और लोग इस तरह के अपराध करने से पहले सोचेंगे। कंगना ने कहा कि लोगों को तब इस बात का एहसास होगा कि रेप क्या होता है और उसकी सजा क्या होती है।
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दोषियों को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए- कंगना
कंगना ने सुप्रीम कोर्ट की वकील इंदिरा जयसिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि ऐसी ही औरतों के कोख से बलात्कारी पैदा होते हैं। कंगना ने कहा कि जाने कैसी-कैसी औरतें होती हैं, जिन्हें बहुत दया आती हैं ऐसे बलात्कारियों पर। निर्भया की मां आशा देवी ने दिल्ली की अदालत द्वारा दोषियों की फांसी की अगली तारीख तय करने पर अपनी निराशा जाहिर की थी, जिसपर इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट कर कहा, 'मैं आशा देवी के दर्द से पूरी तरह वाकिफ हूं, मैं उनसे आग्रह करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करें जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं। हम आपके साथ हैं लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं।'
1 फरवरी को दी जानी है फांसी
बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया की मां की अपील पर 18 दिसंबर को चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी पर लटकाने के लिए डेथ वारेंट जारी किया था, लेकिन चारों दोषियों में से एक दोषी मुकेश के राष्ट्रपति के पास भेजी गई दया याचिका के कारण कोर्ट ने फांसी पर लटकाने की तारीख 22 से आगे बढ़ाकर 1 फरवरी कर दिया, इसपर निर्भया की मां ने निराशा जाहिर की थी।
6 दरिंदों ने किया था निर्भया से गैंगरेप
सात साल पहले, साल 2012 में दिल्ली में 6 दरिंदों ने चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया से गैंगरेप किया था। वे दरिंदगी की वो सारी हदें पार गए, जिसे देखकर कोई भी दहशत में आ जाए। वारदात के वक्त पीड़िता का दोस्त भी बस में था। दोषियों ने लोहे की रॉड से पीड़िता पर वार किया था। इसके बाद युवती और दोस्त को चलती बस से बाहर फेंक दिया था। बुरी तरह जख्मी पीड़िता ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।