'पागल महिला', 'मुंह तोड़ देंगे': कंगना रनौत ने 5 बार शिवसेना-कांग्रेस के निजी हमलों का किया सामना
नई दिल्ली। बीएमसी द्वारा बुधवार को कंगना रनौत के ऑफिस पर बुलडोजर चलाने के बाद एक्ट्रेस और शिवसेना के बीच विवाद अब और बढ़ गया है। कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते हिमाचल प्रदेश में अपने घर रहने वाली कंगना आज केंद्र द्वारा मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा घेरे में मुंबई पहुंच गई हैं। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि एक्ट्रेस पर विवादित कमेंट करने वाले शिवसेना नेता संजय राउत से पहले भी कंगना को कई बार शिवसेना और कांग्रेस की निजी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है।
पांच बार कंगना को झेलना पड़ा निजी हमला
गौरतलब है कि 14 जून को बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही कंगना रनौत और शिवसेना की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साध रही हैं। शिवसेना सरकार द्वारा कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद हाल ही में एक्ट्रेस को वाई सुरक्षा का दर्जा दिया गया था। बता दें कि कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से की थी और उन्होंने यह भी आरोप लगाया गया था कि 90 प्रतिशत बॉलीवुड में ड्रग्स लेने वाले लोग हैं।
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कंगना ने महाराष्ट्र सरकार पर लगाए कई आरोप
कंगना ने मुंबई पुलिस को आड़े हाथ लेते हुए यह भी दावा किया था कि बॉलीवुड ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई करने की हिम्मत पुलिसकर्मियों के पास नहीं है। बता दें कि सुशांत की मौत के बाद कंगना और शिवसेना पांच बार ऐसे मौके आए जब उन्होंने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। इसी का नतीजा है कि आज कंगना और शिवसेना एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं।
संजय राउत ने दिया विवादित बयान
एक इंटरव्यू में शिवसेना नेता संजय राउत ने कंगना रनौत को 'ह *** खोर लडकी' कहा था जो कि एक अपराध है। संजय राउत के बयान के बाद बॉलीवुड और राजनीतिक हस्तियों ने उनकी काफी आलोचना की। दीया मिर्जा, स्वरा भास्कर, गायक सोना महापात्रा और अन्य सहित कई लोगों ने राउत को उनकी टिप्पणियों के लिए नारा दिया और उनसे रानौत से माफी मांगने को कहा।
संजय राउत ने कंगना को कहा 'पागल महिला'
इससे पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने कंगना रनौत को 'आउटसाइडर' बता दे हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया था। राउत ने रनौत को पागल महिला तक कह दिया था। राउत ने कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। हाल ही में शिवसेना का प्रवक्ता बनाए गए संजय ने यह भी कहा था कि कंगना को मुंबई पुलिस से डर लगता है तो उन्हें यहां वापस नहीं आना चाहिए।
कंगना को सुरक्षा की जरूरत नहीं
हालांकि कंगना के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करने को लेकर संजय राउत ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में मांफी भी मांगी थी। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि कंगना को अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा भी मिल रही है। राउत ने केंद्र पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि अगर सरकार को ऐसा लगता है कि एक महिला जो छत्रपति शिवाजी और मुंबा देवी के मुंबई के बारे में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करता है उसे सुरक्षा दी जानी चाहिए तो जरूर केंद्र को ऐसा करना चाहिए।
'उसका मुंह तोड़ देंगे'
संजय राउत के अलावा शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने भी इसी महीने कंगना रनौत को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने मुंबई की तुलना पीओके से किए जाने के बा एक्ट्रेस के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी। प्रताप सरनाईक ने कंगना को चेतावनी भी दी थी कि अगर वह मुंबई वापस आती हैं तो शिवसेना के योद्धा उनका मुंह तोड़ देंगे।
कंगना को बताया भाजपा का आईटी सेल
सिर्फ शिवसेना ही नहीं कंगना को कांग्रेस नेताओं के भी टिप्पणी को झेलना पड़ा है। कांग्रेस के सचिन सावंत ने एक्ट्रेस कंगना को 'एहसान फरामोश महिला' बताया था। उन्होंने कहा, 'कंगना ने 13 करोड़ महाराष्ट्रियों, 109 शहीदों का अपमान किया, जिन्होंने मुंबई के लिए अपना जीवन समाप्त कर दिया।' उन्होंने अभिनेत्री पर भाजपा के आईटी सेल के साथ काम करने का भी आरोप लगाया।
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