कमलेश तिवारी मर्डर: यूपी सरकार ने किया SIT का गठन, सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट
लखनऊ। हिंदू महासभा के पूर्व नेता व हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की बेरहमी से हत्या के सुराग जुटाने में पुलिस जोर-शोर से जुटी हुई है। इसी बीच सीएम योगी ने प्रमुख सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। इसी बीच रक्षा मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने कमलेश तिवारी हत्याकांड पर यूपी के डीजीपी और डीएम से बात की। राजनाथ सिंह ने आरोपियों को पकड़ने के लिए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस टीम में लखनऊ आईजी एस के भगत, एसपी क्राइम लखनऊ दिनेश पुरी और स्पेशल टास्क फोर्स के डिप्टी एसपी पी के मिश्रा होंगे। इसके साथ ही सीएम योगी ने प्रमुख सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है। पुलिस टीम सेलफोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश में जुट गई है।
डीजीपी का कहना है कि घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच के निर्देश दिये गए हैं। डीजीपी ने बताया कि घटना के विभिन्न पहलुओं पर जांच के लिए तीन टीमें गुजरात, बिजनौर व बहराइच भेजी गई हैं। गुजरात गई पुलिस टीम गुजरात एटीएस की ओर से आइएसआइएस के दो आतंकियों के खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट के तथ्यों को देखेगी।
पुलिस ने मृतक कमलेश तिवारी की पत्नी की शिकायत पर बिजनौर के दो लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। कमलेश तिवारी की पोर्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट में चेहरे के बाईं तरफ गोली लगने की बात सामने आई है। गले और सीने पर एक दर्जन चाकुओं से हमले की बात भी सामने आई। कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस को अहम सुराग मिला है। वारदात को अंजाम देने वाले संदिग्ध कातिल सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हैं। हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस जल्द ही इस मामले में खुलासे का दावा कर रही है।
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